Edited By Radhika,Updated: 28 Jul, 2025 01:06 PM

AI की लगातार बढ़ती क्षमताओं के बीच एक खबर सामने आई है जो मानव प्रतिभा को सलाम करती है। एक प्रोग्रामिंग प्रतियोगिता में एक मानव प्रोग्रामर ने AI मॉडल को मात दी है। इस मामले में विशेषज्ञों का मानना है कि यह शायद मशीनों पर मानव की आखिरी जीत हो सकती है।
नेशनल डेस्क: AI की लगातार बढ़ती क्षमताओं के बीच एक खबर सामने आई है जो मानव प्रतिभा को सलाम करती है। एक प्रोग्रामिंग प्रतियोगिता में एक मानव प्रोग्रामर ने AI मॉडल को मात दी है। इस मामले में विशेषज्ञों का मानना है कि यह शायद मशीनों पर मानव की आखिरी जीत हो सकती है।
डेबियाक ने AI को दी शिकस्त
प्रतियोगिता के परिणाम अब आधिकारिक हो गए हैं और इसमें मानव प्रोग्रामर ने अपनी बढ़त को 5.5 % से बढ़ाकर 9.5 % कर दिया है। इस अप्रत्याशित जीत पर खुद विजेता भी हैरान हैं। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, "सच कहूं तो यह हाइप थोड़ी अजीब सी लग रही है। मैंने कभी नहीं सोचा था कि इतने सारे लोगों को प्रोग्रामिंग प्रतियोगिताओं में रुचि होगी। ऐसा लगता है कि मुझे यहां बार-बार आना चाहिए।"
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इस कठिन कॉन्टेस्ट में प्रतिभागियों को 10 घंटों की समय सीमा के अंदर एक जटिल ऑप्टिमाइजेशन समस्या का सबसे अच्छा और अनोखा समाधान खोजना था। यह प्रतियोगिता तेज सोच और नई रणनीतियों को बनाने से संबंधित थी।
AI ने फिर भी दिखाया दम
भले ही डेबियाक ने यह मुकाबला जीत लिया हो, लेकिन AI मॉडल ने बाकी सभी टॉप मानव प्रोग्रामरों से बेहतर प्रदर्शन किया, जिन्होंने साल भर की रैंकिंग के साथ इस प्रतियोगिता के लिए क्वालीफाई किया था। यह दर्शाता है कि AI की क्षमताएं कितनी तेजी से बढ़ रही हैं।
मानव की मशीनों पर आखिरी जीत?
विशेषज्ञों का अनुमान है कि अगले कुछ सालों में AI मॉडल मानव-स्तर की चेतना तक पहुंच जाएंगे, जिसे आमतौर पर आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस के तौर पर जाना जाता है। इस जीत के बावजूद यह संभावना जताई जा रही है कि डेबियाक की यह जीत शायद आखिरी उदाहरण हो सकती है जहां मानव मशीनों को हराने में कामयाब हुए हैं। AI के लगातार बढ़ते विकास को देखते हुए भविष्य में ऐसी प्रतियोगिताओं का स्वरूप बदल सकता है।