Edited By Radhika,Updated: 23 Mar, 2024 01:37 PM
चीन, रूस और भारत सहित कई देश महासागरों की सतह से हजारों मीटर नीचे मौजूद खनिज संसाधनों जैसे- कोबाल्ट, निकल, तांबा, मैंगनीज - के विशाल भंडार तक पहुंचने की दौड़ में शामिल हैं।
इंटरनेशनल डेस्क: चीन, रूस और भारत सहित कई देश महासागरों की सतह से हजारों मीटर नीचे मौजूद खनिज संसाधनों जैसे- कोबाल्ट, निकल, तांबा, मैंगनीज - के विशाल भंडार तक पहुंचने की दौड़ में शामिल हैं। इनका उपयोग क्लाइमेट चेंज से लड़ने के लिए आवश्यक सौर और पवन ऊर्जा, इलेक्ट्रिक वाहन और बैटरी तकनीक जैसी नवीकरणीय ऊर्जा का उत्पादन करने के लिए किया जाता है।
International Seabed Authority ने अब तक 31 इंवेस्टिगेशन लाइसेंस जारी किए हैं। इसके सदस्य देश खनन लाइसेंस देने से संबंधित नियमों पर चर्चा करने के लिए इस सप्ताह जमैका में बैठक कर रहे हैं। अगर आईएसए भारत के नए आवेदनों को मंजूरी दे देता है तो उसके लाइसेंस की संख्या रूस के बराबर और चीन से एक कम हो जाएगी।