Edited By Tanuja,Updated: 28 Feb, 2024 10:52 AM
भारत ने विश्व व्यापार संगठन (WTO) में निवेश को लेकर चीन के एक प्रस्ताव का विरोध करते हुए कहा है कि यह गैर-व्यापार का विषय है और इस...
इंटरनेशनलः भारत ने विश्व व्यापार संगठन (WTO) में निवेश को लेकर चीन के एक प्रस्ताव का विरोध करते हुए कहा है कि यह गैर-व्यापार का विषय है और इस अंतरराष्ट्रीय संगठन के दायरे से बाहर है। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह बात कही।
चीन के नेतृत्व में 130 से अधिक देशों का एक समूह विश्व व्यापार संगठन (WTO) का हिस्सा बनने के लिए विकास समझौते (IFD) के लिए निवेश सुविधा प्रस्ताव पर जोर दे रहा है। ये राष्ट्र चाहते हैं कि यहां 13वें मंत्री स्तरीय सम्मेलन में यह मुद्दा आए। WTO की चार दिवसीय बैठक 26 फरवरी को यहां शुरू हुई थी। मंत्रिस्तरीय सम्मेलन WTO में निर्णय लेने वाला सर्वोच्च निकाय है। समूह इस प्रस्ताव को WTO के समझौते से जुड़े अनुबंध-चार के माध्यम से लाना चाहता है।
इसके तहत यह प्रस्ताव केवल हस्ताक्षरकर्ता सदस्यों के लिए बाध्यकारी होगा न कि उन लोगों के लिए जो इसका विरोध कर रहे हैं। अधिकारी ने कहा, ‘‘हम इसके भी खिलाफ हैं।’’ भारत ने इसका विरोध किया है क्योंकि इससे WTO की बहुपक्षीय प्रकृति कमजोर हो जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि अगर ये देश इस विषय पर बातचीत करना चाहते हैं तो उन्हें WTO के औपचारिक व्यवस्था के बाहर ऐसा करना चाहिए।