Edited By Parminder Kaur,Updated: 18 Feb, 2024 01:15 PM

साहिल पांडे द्वारा भारतीय वायु सेना (आईएडी) ने शनिवार को जैसलमेर के पास पोखरण रेंज में 'अभ्यास वायुशक्ति 2024' में अपनी लड़ाकू मारक क्षमता का प्रदर्शन किया। इस अभ्यास में राफेल, एसयू-30 एमकेआई, मिग-29, मिराज-2000, तेजस, सी-17 और सी-130जे सहित भारतीय...
नेशनल डेस्क. साहिल पांडे द्वारा भारतीय वायु सेना (आईएडी) ने शनिवार को जैसलमेर के पास पोखरण रेंज में 'अभ्यास वायुशक्ति 2024' में अपनी लड़ाकू मारक क्षमता का प्रदर्शन किया। इस अभ्यास में राफेल, एसयू-30 एमकेआई, मिग-29, मिराज-2000, तेजस, सी-17 और सी-130जे सहित भारतीय वायुसेना के 120 से अधिक विमानों ने हिस्सा लिया।

इस अवसर पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। दिन और रात का यह अभ्यास, राष्ट्रीय ध्वज और वायु सेना के ध्वज के साथ तीन चेतक हेलीकॉप्टरों के साथ शुरू हुआ, जो पृष्ठभूमि में राष्ट्रगान बजते हुए ग्रैंडस्टैंड से गुजर रहे थे।

अभ्यास के दौरान लड़ाकू विमानों ने जमीन और हवा में दुश्मन के ठिकानों को निशाना बना नष्ट किया। एक राफेल विमान ने हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल से भी सफलतापूर्वक निशाना साधा। इस दौरान परिवहन विमानों ने भी लड़ाकू सहायता परिचालन का भी प्रदर्शन किया गया। इस अभ्यास में सी-17 विमान ने रसद की आपूर्ति की। अभ्यास में अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टर ने पहली बार अपनी मारक क्षमता का प्रदर्शन किया। वहीं एमआई-17 हेलीकॉप्टर ने जमीनी लक्ष्यों को अभेद तरीके से भेदा। भारतीय वायुसेना के चिनूक हेलीकॉप्टर ने सेना के लिए साजो-सामान की तुरंत आपूर्ति भी की।

रक्षा प्रवक्ता अमिताभ शर्मा ने कहा कि अभ्यास के दौरान दो घंटे में दो वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में लगभग 50 टन हथियार गिराया गया, जो भारतीय वायुसेना की आक्रामक मारक क्षमता और सटीक लक्ष्य साधने की क्षमता का प्रदर्शन करता है। स्वदेशी रूप से विकसित तेजस विमान ने भी अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन किया और एक हवाई लक्ष्य को नष्ट किया।