Edited By Tanuja,Updated: 09 Dec, 2025 07:08 PM

चक्रवात ‘दित्वा’ से तबाह श्रीलंका में राहत अभियान चलाकर भारतीय वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर लौट गए। इन हेलीकॉप्टरों ने 264 लोगों को बचाया और 50 टन राहत सामग्री पहुंचाई। इसी दौरान आईएनएस घड़ियाल 700 टन सामग्री लेकर त्रिंकोमाली पहुंचा। बाढ़ से 638 मौतें...
International Desk: चक्रवात प्रभावित श्रीलंका में राहत कार्य पूरा कर चुके भारतीय वायुसेना के दो हेलिकॉप्टर को इस देश की वायु सेना ने विदाई दी और इस बीच, आईएनएस घड़ियाल तमिलनाडु से 700 टन आवश्यक राहत सामग्री लेकर त्रिंकोमाली पहुंच गया है। सोमवार को भारत के लिए रवाना हुए भारतीय वायुसेना के इन हेलिकॉप्टर ने चक्रवात ‘दित्वा' और प्रतिकूल मौसम के कारण प्रभावित लोगों तक तत्काल राहत सामग्री पहुंचाने और लोगों को सुरक्षित निकालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। श्रीलंका की वायु सेना ने कहा कि इन हेलीकॉप्टर के योगदान से श्रीलंका की राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया में काफी मदद हुई।
भारतीय उच्चायोग ने बताया कि इन हेलीकॉप्टर की मदद से 264 लोगों को बचाया और लगभग 50 टन राहत सामग्री पहुंचाई। इस बीच, भारतीय नौसेना का जहाज आईएनएस घड़ियाल सोमवार को तमिलनाडु से 700 टन खाद्य सामग्री, आवश्यक वस्तुएं और कपड़े लेकर त्रिंकोमाली पहुंचा। ‘ऑपरेशन सागर बंधु' के तहत भारत ने अब तक श्रीलंका को लगभग 1,000 टन आवश्यक खाद्य पदार्थ और कपड़े भेजे हैं। इसके अलावा, कैंडी के पास स्थापित भारतीय क्षेत्रीय अस्पताल बाढ़ प्रभावित समुदायों को उपचार प्रदान कर रहा है।
भारतीय सेना का इंजीनियरिंग कार्य बल भी सड़क संपर्क बहाल करने में श्रीलंका के अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहा है। प्रतिकूल मौसम के कारण 16 नवंबर से जारी विनाशकारी बाढ़ और भूस्खलन में मंगलवार सुबह नौ बजे तक 638 लोगों की मौत हो चुकी है और 191 लोग लापता हैं। यूएनडीपी के अनुसार, चक्रवात ‘दित्वा' से अनुमानित 23 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।