Edited By prachi upadhyay,Updated: 04 Sep, 2019 05:43 PM
कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता डीके शिवकुमार की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस ने कर्नाटक में जगह-जगह प्रदर्शन किए। कर्नाटक के गृहमंत्री बसवराज बोम्मई ने बताया कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पांच से छह बसों पर पथराव किया और कनकपुरा-बेंगलुरु में बसें जलाने की भी...
बेंगलुरु: कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता डीके शिवकुमार की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस ने कर्नाटक में जगह-जगह प्रदर्शन किए। कर्नाटक के गृहमंत्री बसवराज बोम्मई ने बताया कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पांच से छह बसों पर पथराव किया और कनकपुरा-बेंगलुरु में बसें जलाने की भी कोशिश की। वहीं पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार, रमनगारा, कनकपुरा, चेन्नापट्टन, बिदाई और आसपास के कुछ अन्य शहरों में शिवकुमार के समर्थकों ने बंद बुलाया है। इन इलाकों में प्रदर्शन, दुकानों को बंद कराना, सड़कों पर टायर जलाकर रास्ता रोकने की कोशिश की गई है। जिसके बाद गृहमंत्री बोम्मई ने अधिकारियों को कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिए। शिवकुमार का विधानसभा क्षेत्र कनकपुरा, रमनगारा जिले में आता है जिसका अधिकतर हिस्सा बेंगलुरु ग्रामीण लोकसभा सीट में पड़ता है। इस सीट से उनके भाई डीके सुरेश सांसद हैं।
गौरतलब है कि कांग्रेस के संकटमोचक माने जानेवाले डीके शिवकुमार मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में मंगलवार को चौथी बार नई दिल्ली स्थित ईडी के मुख्यालय में पेश हुए थे। वहीं पर एजेंसी ने उन्हें धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद बेंगलुरू समेत कर्नाटक के कई जिलों में प्रदर्शन हुए। इतना ही नहीं कांग्रेस ने कर्नाटक में अपनी सभी जिला इकाइयों से शिवकुमार की गिरफ्तारी के खिलाफ बुधवार को प्रदर्शन करने को कहा। जिसके बाद कुछ स्थानों पर, कांग्रेस की गठबंधन सहयोगी जद(एस) भी प्रदर्शन में शामिल हुई। इस प्रदर्शन के दौरान दोनों पार्टियों ने केंद्र की भाजपा सरकार पर राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ बदले की राजनीति करने का आरोप लगाया।
इधर, बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हराव ने कहा कि आर्थिक दुराचार, धन शोधन और ऐसे सभी आर्थिक अपराध के आरोप सामने आने के बाद भी कांग्रेस के लिए बदला लेने का आरोप लगाना फैशन बन गया है। वहीं इसी बीच पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा ने कहा कि शिवकुमार चार दिन ईडी के सामने पेश हुए और पूरी तरह से सहयोग करते हुए उनके सभी सवालों के जवाब दिए। इतना ही नहीं देवेगौड़ा ने गणेश चतुर्थी के दिन अपने पिता और पूर्वजों को पारिवारिक परंपराओं के अनुसार श्रद्धांजलि देने के लिए शिवकुमार के अनुरोध को अस्वीकार करने के ईडी के फैसले को भी अमानवीय बताया।