Edited By Seema Sharma,Updated: 04 May, 2020 10:55 AM
भाजपा को रविवार को लद्दाख में उस समय बड़ा झटका लगा जब उसके नव नियुक्त यूटी अध्यक्ष और पूर्व मंत्री छेरिंग दोरजे ने अपने राजनीतिक पद के साथ-साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। बताया जा रहा है कि लॉकडाउन के चलते देश में विभिन्न स्थानों...
नेशनल डेस्कः भाजपा को रविवार को लद्दाख में उस समय बड़ा झटका लगा जब उसके नव नियुक्त यूटी अध्यक्ष और पूर्व मंत्री छेरिंग दोरजे ने अपने राजनीतिक पद के साथ-साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। बताया जा रहा है कि लॉकडाउन के चलते देश में विभिन्न स्थानों पर फंसे लद्दाखी यात्रियों, मरीजों, तीर्थयात्रियों और छात्रों को बाहर निकालने के लिए असफल रहने का विरोध झेल रहे दोरजे ने इस्तीफा दे दिया।
छेरिंग दोरजे ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि मैंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के चलते देशभर में अलग-अलग जगहों पर फंसे लद्दाखी लोगों को निकालने में यूटी प्रशासन नाकाम रहा है। हमारे फंसे हुए लोगों की दयनीय स्थिति के बारे में यूटी प्रशासन पूरी तरह असंवेदनशील हैऔर इसकी जिम्मेदारी लेते हुए मैंने अपने पद से इस्तीफा दिया। बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुनर्गठन के बाद अलग केंद्र शासित प्रदेश बने लद्दाख में इसी साल मार्च में भाजपा के पहले प्रधान छेरिंग दोरजे ने पदभार संभाला था। पूर्व मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता छेरिंग दोरजे को लद्दाख भाजपा का पहला प्रधान मनोनीत करने का फैसला राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लिया था।