मोदी ने जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान में ‘जय अनुसंधान’ जोड़ा

Edited By Sonia Goswami,Updated: 03 Jan, 2019 08:48 PM

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत लाल बहादुर शास्त्री के प्रसिद्ध नारे ‘जय जवान जय किसान’ और पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी के नारे ‘जय विज्ञान’ में बृहस्पतिवार को ‘जय अनुसंधान’ जोड़ दिया। वह जालंधर में आयोजित...

नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत लाल बहादुर शास्त्री के प्रसिद्ध नारे ‘जय जवान जय किसान’ और पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी के नारे ‘जय विज्ञान’ में बृहस्पतिवार को ‘जय अनुसंधान’ जोड़ दिया। वह जालंधर में आयोजित 106वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस में ‘भविष्य का भारत : विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी’ विषय पर बोल रहे थे। 

 

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय वैज्ञानिकों का जीवन और कार्य प्रौद्योगिकी विकास तथा राष्ट्र निर्माण के साथ गहरी मौलिक अंत²ष्र्टि के एकीकरण का शानदार उदाहरण है।  उन्होंने कहा, ‘‘आज का नया नारा है- जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान, जय अनुसंधान। मैं इसमें जय अनुसंधान जोड़ना चाहूंगा।’’          

 

मोदी ने कहा कि यह विज्ञान ही है जिसके माध्यम से भारत अपने वर्तमान को बदल रहा है और अपने भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए कार्य कर रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘भारतीय विज्ञान के लिए 2018 एक अच्छा वर्ष रहा। इस साल हमारी उपलब्धियों में उड्डयन श्रेणी के जैव ईंधन का उत्पादन, दृष्टिबाधितों के पढ़ने में मदद करने वाली मशीन -दिव्य नयन, सर्वाइकल कैंसर, टी बी, डेंगू के निदान के लिए किफायती उपकरणों का निर्माण और भूस्खलन के संबंध में सही समय पर चेतावनी प्रणाली जैसी चीजें शामिल हैं।’’       

 

विज्ञान की मदद से नया भारत 
इस दौरान मोदी ने ‘इज ऑफ लिविंग’ पर तेजी सो काम करने को कहा ताकि भारत दुनिया में विज्ञान के क्षेत्र में नेतृत्व कर सके।  उन्होंने कहा कि ‘इज ऑफ डूईंग बिजनेस’ की तरह ही ‘इज ऑफ लिविंग’ पर भी तेजी से काम करना होगा। उन्होंने कृषि पैदावार बढ़ाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सेंसर टेक्नॉलॉजी, ड्रोन और विग डाटा का पैकेज तैयार करने की भी अपील की।  प्रधानमंत्री ने वैज्ञानिकों से बच्चों का बेहतर स्वास्थ्य सुनिश्चित करने, संवेदनशील संस्थानों की साइबर सुरक्षा अभेद्य बनाने तथा कम बारिश वाले इलाकों में सूखा प्रबंधन की नयी तकनीक पर काम करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इन सवालों के जवाब खोजने होंगे। विज्ञान को आम लोगों के जीवन से जोड़ना होगा।  श्री मोदी ने कहा,‘‘अब रूकने, किसी के लिए इंतजार करने का वक्त नहीं है। अब हमें दुनिया में नेतृत्व लेना होगा। सरकार हर तरह की मदद के लिए प्रतिबद्ध है। हमें विज्ञान की मदद से नया भारत बनाने की दिशा में काम करना चाहिए।’’

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