Edited By Seema Sharma,Updated: 16 Apr, 2020 02:40 PM
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि लॉकडाउन से ही सिर्फ कोरोना को रोकने का एकमात्र उपाय नहीं है, इसके लिए मैडीकल सुविधाएं और बढ़ानी होंगी और ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग को भी बढ़ाना होगा। राहुल गांधी ने गुरुवार को वीडिय कॉन्फ्रेसिंग के...
नेशनल डेस्कः कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि लॉकडाउन से ही सिर्फ कोरोना को रोकने का एकमात्र उपाय नहीं है, इसके लिए मैडीकल सुविधाएं और बढ़ानी होंगी और ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग को भी बढ़ाना होगा। राहुल गांधी ने गुरुवार को वीडिय कॉन्फ्रेसिंग के जरिए प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि जब लॉकडाउन से बाहर आएंगे, तो इसका असर फिर दिखना शुरू हो जाएगा। लॉकडाउन सिर्फ आपको एक वक्त देगा ताकि आप तैयारी कर सको।
राहुल गांधी ने कहा कि कोरोना को हराने के लिए टेस्ट की संख्या को बढ़ाना होगा और वायरस से आगे रहकर काम करना होगा। राहुल ने कहा कि मेरी बात को आलोचना नहीं बल्कि रचनात्मक तरीके से लिया जाना चाहिए और सबको मिलकर कोरोना को हराने के लिए काम करना है। प्रेस कॉन्फ्रेस करते हुए राहुल ने कहा कि हम एक गंभीर स्थिति में हैं, सभी राजनीतिक दलों को एक साथ आना होगा।
साथ ही राहुल गांधी ने मोदी सरकार को कई सुझाव दिए। राहुल ने कहा कि कोरोना को हराने के लिए हमें दो स्तरों पर काम करना होगा, पहला- अर्थव्यवस्था के स्तर पर और दूसरा- मेडिकल स्तर पर। राहुल ने मोदी सरकार से केरल-वायनाड मॉडल को अपनाने की सलाह दी है। राहुल ने कहा कि कोरोना से असली लड़ाई राज्य सरकारें और जिला प्रशासन लड़ रहा है। केंद्र सरकार को राज्य सरकारों और जिला प्रशासन की मदद करनी चाहिए।
बता दें कि कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी थी, जिसमें उन्होंने कोरोना संकट पर सरकार को कुछ सुझाव दिए थे। सोनिया गांधी ने अपनी चिट्ठी में सरकार से मंत्रियों-नेताओं की विदेशी यात्रा पर रोक, गरीबों को मुफ्त राशन, सरकारी विज्ञापनों पर रोक लगाने समेत कई मुद्दों पर सुझाव दिया था।