Edited By shukdev,Updated: 13 Feb, 2019 07:40 PM
सोलहवीं लोकसभा के आखिरी सत्र के अंतिम दिन लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन दिवंगत सदस्य अनंत कुमार को याद करके सदन में भावुक हो गईं। सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने से पहले अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में महाजन ने भारत रत्न अटल बिहारी...
नई दिल्ली: सोलहवीं लोकसभा के आखिरी सत्र के अंतिम दिन लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन दिवंगत सदस्य अनंत कुमार को याद करके सदन में भावुक हो गईं। सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने से पहले अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में महाजन ने भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी, महान समाजवादी नेता जॉर्ज फर्नांडीस, वाम नेता सोमनाथ चटर्जी और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार के निधन का जिक्र किया।
महाजन का गला उस वक्त भर आया जब उन्होंने सदन के संचालन में सहयोग के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह के साथ-साथ पूर्व संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार के नाम का उल्लेख किया। उनकी आवाज भर्रा गई और उन्होंने खुद के सम्बोधन को चंद सेकेण्ड के लिए विश्राम दिया। उन्होंने कहा,‘इस सम्मानीय सदन के पीठासीन अधिकारी के रूप में मेरे द्वारा अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों का निर्वहन करने में कुछ आशाएं पूरी नहीं हो पाई होंगी, कभी-कभी कुछ साथियों के मन में निराशा और मायूसी का भाव भी आया होगा। परंतु मैंने अपनी सर्वोच्च क्षमता एवं निष्ठा के साथ सदन के संचालन की कोशिश की।’
अध्यक्ष ने कहा, ‘इस सदन के सुचारू संचालन में सहयोग और समर्थन देने के लिए मैं माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राजनाथ सिंह, सभी विपक्षी दलों के नेताओं, बीएसी (कार्य मंत्रणा समिति) के सदस्यों, पूर्व संसदीय कार्य मंत्री स्व. अनंत कुमार जी, वर्तमान संसदीय कार्य मंत्री एवं उनके सहयोगी राज्य मंत्री का आभार व्यक्त करती हूं।’ दिवंगत नेता को याद करके उनका गला रुंध गया।