Edited By Yaspal,Updated: 13 May, 2022 06:51 PM
भारत की कृषि आधारित अर्थव्यस्था की जीवनरेखा माने जाने वाला दक्षिण पश्चिमी मानसून, समय से पहले, 27 मई तक केरल में वर्षा की पहली फुहार ला सकता है। मौसम विभाग ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। केरल में मानसून का आगमन आमतौर पर एक जून को होता है। भारत मौसम
नई दिल्लीः भारत की कृषि आधारित अर्थव्यस्था की जीवनरेखा माने जाने वाला दक्षिण पश्चिमी मानसून, समय से पहले, 27 मई तक केरल में वर्षा की पहली फुहार ला सकता है। मौसम विभाग ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। केरल में मानसून का आगमन आमतौर पर एक जून को होता है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा, “इस साल केरल में दक्षिण पूर्वी मानसून का आगमन समय से पहले हो सकता है।
केरल में मानसून 27 मई को दस्तक दे सकता है, और इस तारीख में चार दिन आगे पीछे होने का अनुमान है।” दक्षिण पश्चिमी मानसून के समय से पहले आगमन की घोषणा ऐसे समय की गई है जब उत्तर पश्चिमी भारत के क्षेत्र अत्यधिक तापमान का सामना कर रहे हैं। मौसम विभाग ने कहा कि अंडमान निकोबार द्वीप समूह पर 15 मई तक मानसून के आगमन का अनुमान है।