Edited By Harman Kaur,Updated: 08 Aug, 2025 06:17 PM

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शुक्रवार को कहा कि उनके राजनीतिक कदम अक्सर कुछ लोगों की परेशानियां बढ़ा देते हैं, लेकिन लोग क्या सोचते हैं, इस बात की परवाह किए बगैर वह अपना काम जारी रखते हैं।
नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शुक्रवार को कहा कि उनके राजनीतिक कदम अक्सर कुछ लोगों की परेशानियां बढ़ा देते हैं, लेकिन लोग क्या सोचते हैं, इस बात की परवाह किए बगैर वह अपना काम जारी रखते हैं।
ठाणे में एक समारोह के दौरान शिवसेना प्रमुख ने पिछले कुछ वर्षों में राज्य में हुए राजनीतिक परिवर्तनों पर बात की और कहा कि महाराष्ट्र में 2022 का सत्ता परिवर्तन एक ऐसा जोखिम था, जिसे केवल एक साहसी व्यक्ति ही उठा सकता था। शिंदे ने जून 2022 में संयुक्त शिवसेना अध्यक्ष व तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह का झंडा बुलंद कर दिया।
शिंदे और शिवसेना के लगभग 40 अन्य विधायकों के विद्रोह के कारण ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार गिर गई। बाद में ठाकरे के स्थान पर शिंदे मुख्यमंत्री बने और नवंबर 2024 तक वह इस पद पर बने रहे। हाल ही में अपनी दिल्ली यात्रा का उल्लेख करते हुए शिंदे ने कहा कि उनके राजनीतिक कदमों से महाराष्ट्र में कुछ लोगों में घबराहट पैदा होती है, लेकिन उन्हें इसकी परवाह नहीं है। उन्होंने जोर देकर कहा, ‘‘कुछ लोगों को परेशानी हुई, लेकिन मैं इसकी चिंता नहीं करता और अपना काम जारी रखता हूं।''
शिंदे अपने राजनीतिक क्षेत्र ठाणे में एक मराठी समाचार पत्र के स्वर्ण जयंती समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने घोषणा की कि महाराष्ट्र सरकार मैंग्रोव की सुरक्षा और संरक्षण के लिए एक नई नीति तैयार करने की प्रक्रिया कर रही है। मैंग्रोव के महत्व पर प्रकाश डालते हुए, उपमुख्यमंत्री ने खारे पानी में पनपने वाले तटीय आर्द्रभूमि वृक्षों के दीर्घकालिक अस्तित्व को सुनिश्चित करने के लिए एक समर्पित नीति की तत्काल आवश्यकता पर जोर दिया।