Edited By Radhika,Updated: 15 Dec, 2025 04:21 PM

दिल्ली की बिगड़ती हवा की गुणवत्ता को देखते हुए दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) ने एक बड़ा और कड़ा फैसला लिया है। राजधानी में प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए अब सभी होटल, रेस्टोरेंट और स्ट्रीट फूड स्टॉलों में कोयला और लकड़ी से चलने वाले तंदूर पर पूरी...
नेशनल डेस्क: दिल्ली की बिगड़ती हवा की गुणवत्ता को देखते हुए दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) ने एक बड़ा और कड़ा फैसला लिया है। राजधानी में प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए अब सभी होटल, रेस्टोरेंट और स्ट्रीट फूड स्टॉलों में कोयला और लकड़ी से चलने वाले तंदूर पर पूरी तरह से रोक लगाई है। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है, जिसका सीधा मतलब है कि अब दिल्ली के कमर्शियल किचन में पारंपरिक तंदूर की रोटी नहीं मिल पाएगी।
क्या है DPCC का आदेश?
DPCC ने एयर एक्ट, 1981 की धारा 31(A) के तहत यह आदेश जारी किया है। समिति का कहना है कि कोयले और लकड़ी से खाना पकाने के कारण स्थानीय स्तर पर प्रदूषण बढ़ता है, जिससे एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) लगातार खराब हो रहा है। इस आदेश में सभी कमर्शियल किचन को निर्देश दिया गया है कि वे तुरंत गैस, बिजली या अन्य स्वच्छ ईंधन पर शिफ्ट हो जाएं। Urban local bodies को इस आदेश का सख्ती से पालन कराने और पूरे शहर में निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं।

GRAP स्टेज-4 लागू
वायु प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी में पहुँचने के कारण दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) का स्टेज-4 भी लागू कर दिया गया है।
GRAP-4 के कड़े नियमों के तहत:
- आवश्यक सेवाओं को छोड़कर, दिल्ली में ट्रकों की एंट्री पर रोक लगा दी गई है।
- सिर्फ CNG, LNG, इलेक्ट्रिक और BS-6 डीजल ट्रकों को ही प्रवेश की अनुमति है।
- BS-4 और उससे नीचे श्रेणी के डीजल भारी मालवाहक वाहन सड़कों पर नहीं चल सकेंगे।

स्कूलों में होगी हाइब्रिड मोड में पढ़ाई
प्रदूषण के चलते लोगों को आंखों में जलन, खांसी और सांस लेने में दिक्कत जैसी स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। हालात की गंभीरता को देखते हुए दिल्ली सरकार ने स्कूलों को लेकर भी अहम फैसला लिया है। GRAP-4 लागू होने के बाद अब कक्षा 9वीं तक और कक्षा 11वीं के छात्रों की पढ़ाई हाइब्रिड मोड में कराई जाएगी, जिसका अर्थ है कि उनके पास ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों विकल्पों से पढ़ने का मौका रहेगा।
सोमवार को दिल्ली के कई इलाकों का AQI 500 तक पहुंच गया, जो कि 'खतरनाक' श्रेणी में आता है। इनमें रोहिणी, अशोक विहार और जहांगीरपुरी जैसे इलाके शामिल हैं। इसके अलावा ज्यादातर इलाकों का AQI लगातार 400 के पार बना हुआ है।