Edited By Shubham Anand,Updated: 05 Nov, 2025 04:58 PM

डॉ. बी. आर. अम्बेडकर नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी), जालंधर ने QS एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2026 में 666वां स्थान हासिल कर वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान मजबूत की है। संस्थान ने 56.4% एशियाई संस्थानों को पीछे छोड़ा। एनआईटी जालंधर शिक्षा,...
नेशनल डेस्क : डॉ. बी. आर. अम्बेडकर नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी), जालंधर ने क्यूएस एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग्स 2026 में 666वां स्थान प्राप्त कर एक बार फिर अपने अकादमिक प्रदर्शन और वैश्विक पहचान में उल्लेखनीय प्रगति दर्ज की है। इस वर्ष एनआईटी जालंधर ने एशिया के 56.4% संस्थानों को पीछे छोड़ा, जो पिछले दो वर्षों की तुलना में इसकी लगातार उन्नति और सशक्त अकादमिक दिशा को दर्शाता है।
क्यूएस रिपोर्ट के अनुसार, एनआईटी जालंधर को एक मध्यम आकार, सार्वजनिक और व्यापक शिक्षण संस्थान के रूप में वर्गीकृत किया गया है, जिसकी अनुसंधान तीव्रता अत्यधिक बताई गई है। शिक्षा की गुणवत्ता, नवाचार और शोध प्रभाव में संस्थान के प्रदर्शन ने इसकी वैश्विक छवि को और सशक्त किया है। इस उपलब्धि के साथ, भारतीय संस्थानों में, एनआईटी जालंधर 291 भागीदारी करने वाले संस्थानों में शीर्ष 100 विश्वविद्यालयों में शामिल हुआ है और सभी राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (एनआईटीज़) में सातवें स्थान पर रहा है।
पिछले वर्षों की रैंकिंग में संस्थान की निरंतर प्रगति स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। वर्ष 2024 में एनआईटी जालंधर ने 18.4% संस्थानों से बेहतर प्रदर्शन किया, जो 2025 में बढ़कर 31.2% और 2026 में 56.4% तक पहुंच गया। यह वृद्धि संस्थान की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, नवाचार, अंतरराष्ट्रीय सहयोग और प्रभावशाली शोध के प्रति गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
संस्थान के निदेशक प्रो. बिनोद कुमार कनौजिया ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा,“यह उपलब्धि हमारे संकाय सदस्यों, शोधकर्ताओं और विद्यार्थियों की मेहनत और समर्पण का परिणाम है। हम शिक्षा की गुणवत्ता और शोध में उत्कृष्टता को और ऊँचे स्तर पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह रैंकिंग हमें नए मानक तय करने की प्रेरणा देती है।”
रजिस्ट्रार प्रो. अजय बंसल ने भी संस्थान को बधाई देते हुए कहा,“एनआईटी जालंधर की यह निरंतर प्रगति हमारे टीमवर्क, दृष्टिकोण और सामूहिक प्रयासों का प्रतीक है। आने वाले वर्षों में हमारा लक्ष्य शिक्षा और अनुसंधान में वैश्विक मानकों के अनुरूप खुद को और मजबूत बनाना है।” एनआईटी जालंधर निरंतर तकनीकी शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में देश का नाम रोशन कर रहा है और भविष्य में एक वैश्विक उत्कृष्टता केंद्र बनने की दिशा में दृढ़तापूर्वक आगे बढ़ रहा है।