Edited By Archna Sethi,Updated: 14 Nov, 2025 07:33 PM

स्कूल स्तर पर न्यूट्रिशन हट्स आवश्यक
चंडीगढ़, 14 नवंबर:(अर्चना सेठी) पंजाब राज्य खाद्य आयोग की ओर से आज सेक्टर-26, मगसीपा में “भोजन ही दवा है” विषय पर सेमिनार आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य उत्तम स्वास्थ्य और स्वस्थ जीवनशैली सुनिश्चित करना था। इस सेमिनार में राज्यवासियों के बीच स्वस्थ खान-पान की आदतें विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए ‘सही भोजन ही पहली दवा है’ विषय पर विशेष रूप से चर्चा हुई।
लुधियाना से आए डॉ. विपन भार्गव ने कहा कि इस नुक्ते को उजागर करते हुए पौष्टिक भोजन के महत्व का संदेश जमीनी स्तर तक पहुंचाना अत्यंत जरूरी है। उन्होंने आगे बताया कि हमारे शरीर में स्वयं को पोषित करने की एक विशिष्ट क्षमता होती है, परंतु इसके लिए आवश्यक है कि हम उसे सही मात्रा में उचित आहार दें। उन्होंने घर, स्कूल और ग्राम पंचायत स्तर पर न्यूट्रिशन हट्स और न्यूट्रिशन पॉइंट्स स्थापित करने की आवश्यकता पर भी ज़ोर दिया। डॉ. भार्गव ने यह भी कहा कि पौधों पर आधारित प्राकृतिक सब्जियां तथा घर में उगाई गई सब्जियां स्वस्थ जीवनशैली में महत्वपूर्ण योगदान देती हैं।
आयुर्वेद के महत्व पर बोलते हुए आईआरए चैम्बर ऑफ़ आयुर्वेद के चेयरमैन एस.के. बातीश ने बताया कि विश्व के 170 देशों ने आयुर्वेद की उपयोगिता को स्वीकार किया है, जबकि 23 देशों ने इसे अपनी स्वास्थ्य नीति का हिस्सा बनाया है। उन्होंने मोटे अनाज आधारित आहार की महत्ता पर भी जोर दिया।
स्वास्थ्य और जीवन कोच हरकंवल पी. सिंह धालीवाल ने शरीर को डिटॉक्स करने तथा विभिन्न प्रकार के भोजन को संतुलित ढंग से ग्रहण करने के प्रति जागरूक होने की आवश्यकता पर बल दिया।
इस अवसर पर पंजाब राज्य खाद्य आयोग के चेयरमैन बाल मुकुंद शर्मा ने मुख्य अतिथि हिमाचल प्रदेश खाद्य आयोग, शिमला के चेयरमैन डॉ. एस.पी. कटियाल का स्वागत किया, जिन्होंने स्वस्थ जीवन शैली को सुनिश्चित करने के लिए पंजाब राज्य खाद्य आयोग द्वारा किए जा रहे उत्कृष्ट प्रयासों की सराहना की।
इस मौके पर पंजाब राज्य खाद्य आयोग के सदस्य विजय दत्त, चेतन प्रकाश ढालीवाल और जसवीर सिंह सेखों, पूर्व सदस्य प्रीति चावला, सदस्य-सचिव कनू थिंद तथा आईआरए चैम्बर ऑफ आयुर्वेद की उपाध्यक्ष कंचन शर्मा भी मौजूद रहीं।