Edited By Seema Sharma,Updated: 20 Nov, 2020 01:57 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भूटान के प्रधानमंत्री डॉ लोटे शेरिंग ने शुक्रवार को दोनों देशों के बीच महत्वाकांक्षी रूपे परियोजना (RuPay Project) के दूसरे चरण की शुरुआत की। दोनों प्रधानमंत्रियों ने रूपे परियोजना के दूसरे चरण की शुरुआत वर्चुअल माध्यम...
नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भूटान के प्रधानमंत्री डॉ लोटे शेरिंग ने शुक्रवार को दोनों देशों के बीच महत्वाकांक्षी रूपे परियोजना (RuPay Project) के दूसरे चरण की शुरुआत की। दोनों प्रधानमंत्रियों ने रूपे परियोजना के दूसरे चरण की शुरुआत वर्चुअल माध्यम से की और इसे दोनों देशों के बीच विशेष संबंधों का प्रतीक करार दिया। इस परियोजना के दूसरे चरण के शुरू होने के बाद भूटान के नेशलन बैंक द्वारा जारी किए गए RuPay कार्ड से भूटान के नागरिक भारत में किसी भी तरह का भुगतान कर सकेंगे। परियोजना के पहले चरण में भारतीय बैंकों द्वारा जारी किए गए RuPay कार्ड से भूटान में भुगतान की सुविधा की शुरूआत की गई थी।
पहले चरण की शुरुआत मोदी की पिछले वर्ष अगस्त में भूटान यात्रा के दौरान की गई थी। मोदी ने कहा कि अब भूटान के नागरिक अपने देश के रूपे कार्ड से भारत में एक लाख से अधिक ATM और 20 लाख से अधिक प्वाइंट ऑफ सेल्स मशीनों पर भुगतान कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि इससे भूटान के लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य, तीर्थयात्रा और पर्यटन के क्षेत्र में भुगतान करने की विशेष सुविधा मिलेगी।
मोदी ने कहा कि भारत रूपे नेटवर्क में भूटान का पूर्ण साझीदार के रूप में स्वागत करता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अंतरिक्ष के क्षेत्र में भूटान के साथ सहयोग के लिए तैयार है। भारत का अंतरिक्ष संगठन अगले साल भूटान के एक उपग्रह का प्रक्षेपण भी करेगा जिसके लिए भूटान के चार युवा वैज्ञानिक दिसंबर में भारत जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत कठिन समय में भूटान के साथ खड़ा रहा है और उसकी आवश्यकताएं हमेशा भारत के लिए प्राथमिकता की श्रेणी में रहेंगी। भारत और भूटान के बीच एक विशेष साझेदारी है जो आपसी समझ एवं सम्मान से प्रेरित, साझा सांस्कृतिक विरासत और लोगों से लोगों के बीच मजबूत संबंध से समृद्ध है।