Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 18 Apr, 2025 07:15 PM
प्रेमानंद महाराज हमेशा अपने सरल और आध्यात्मिक विचारों के लिए जाने जाते हैं। हाल ही में उनसे एक भक्त ने ऐसा सवाल पूछ लिया, जिसका उत्तर सुनकर वहां मौजूद हर व्यक्ति कुछ क्षण के लिए शांत हो गया। सवाल था—अगर श्रीजी आपको वरदान दें कि आप कलयुग के अंत तक...
नेशनल डेस्क: प्रेमानंद महाराज हमेशा अपने सरल और आध्यात्मिक विचारों के लिए जाने जाते हैं। हाल ही में उनसे एक भक्त ने ऐसा सवाल पूछ लिया, जिसका उत्तर सुनकर वहां मौजूद हर व्यक्ति कुछ क्षण के लिए शांत हो गया। सवाल था—अगर श्रीजी आपको वरदान दें कि आप कलयुग के अंत तक धरती पर जीवित रहें, तो आपकी क्या प्रतिक्रिया होगी?
प्रतिकूल में भी रहूंगा—जैसा श्रीजी चाहें
इस सवाल पर प्रेमानंद महाराज मुस्कराए और बेहद सहज भाव से जवाब दिया—"जो हुकुम, मालिक का दास वैसे ही चलेगा। अगर ऐसी स्थिति में शरीर किडनी फेल होकर भी जी रहा हो, तब भी रहूंगा।"
उन्होंने कहा कि भगवान की इच्छा सर्वोपरि है, और अगर श्रीजी का हुकुम होगा कि वो कलयुग के अंत तक धरती पर रहें, तो वे बिना किसी प्रश्न के वैसे ही जीवन व्यतीत करेंगे।
शरीर की अपनी एक सीमा होती है
प्रेमानंद महाराज ने यह भी स्पष्ट किया कि हर शरीर की एक उम्र होती है, चाहे कोई कितना भी पुण्यात्मा क्यों न हो।
उन्होंने कहा, "भगवान श्रीकृष्ण भी 125 वर्ष तक ही रहे। शरीर की अपनी अवधि होती है—60, 70, 80 वर्ष—उसके बाद शरीर चला ही जाता है।"
उन्होंने इस बात पर बल दिया कि आत्मा तो अमर है लेकिन शरीर सीमित है, इसलिए हमें भगवान की इच्छा में रचने-बसने की कला सीखनी चाहिए।
सेलिब्रिटीज और बड़े नेता भी होते हैं प्रभावित
गौर करने वाली बात यह भी है कि प्रेमानंद महाराज के दर्शन के लिए देश-विदेश से बड़ी-बड़ी हस्तियां, जैसे सेलिब्रिटीज, बिजनेसमैन और पॉलिटिशियन आते रहते हैं। उनकी बातों में जो सहजता और समर्पण है, वह लोगों के दिलों को छू लेती है।