Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Aug, 2017 08:12 PM

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने घोषणा करते हुए कहा कि रायपुर स्थित राजकीय महाविद्यालय को वर्तमान सत्र से स्नातकोतर महाविद्यालय ...
देहरादून : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने घोषणा करते हुए कहा कि रायपुर स्थित राजकीय महाविद्यालय को वर्तमान सत्र से स्नातकोतर महाविद्यालय के रूप में उच्चीकृत किया जाएगा और कला संकाय की कक्षाएं प्रारभ होंगी तथा अगले सत्र से स्नातक में संस्कृत की कक्षाएं भी शुरू की जाएंगी। इसके अतिरिक्त, कॉलेज में चार अतिरिक्त कक्षा कक्ष भी बनाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने ये घोषणाएं मालदेवता, रायपुर में राजकीय महाविद्यालय रायपुर के नव निर्मित भवन के लोकार्पण के अवसर पर की। उन्होंने महाविद्यालय में शौर्य दीवार का भी लोकार्पण किया। इस अवसर पर कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि उच्च शिक्षा और कॉलेज स्तरीय हों। शिक्षकों की भर्ती शीघ्र की जाएगी। आने वाले समय में फैकल्टी की समस्या दूर होगी।
उन्होंने गांवों से हो रहे पलायन को रोकने और न्याय पंचायत स्तर पर स्वरोजगार के अवसर उत्पन्न करने की योजना भी साझा की। उन्होंने कहा कि हर न्याय पंचायत पर 100-150 महिलाओं को स्वरोजगार देकर न्याय पंचायत को वृद्धि केन्द्र बना सकते है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि मालदेवता में पीजी कॉलेज खुलने से स्थानीय स्तर पर विकास को गति मिलेगी।
आस-पास के विद्यार्थियों विशेषकर छात्राओं का उच्च शिक्षा के अवसर मिलेंगे। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम स्थल पर ही उपस्थित जनसमूह के साथ रेडियो में प्रसारित प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’कार्यक्रम सुना। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशो पर शैक्षणिक कैलेण्डर घोषित कर दिया गया है। अगले सत्र से शैक्षणिक कैलेण्डर लागू कर दिया जाएगा। अब कॉलेजों में 180 दिन कक्षाएं चलेगी। 30 दिन के भीतर परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे। 877 सहायक प्रोफेसरों की नियुक्ति के संबन्ध में विज्ञप्ति जारी कर दी गई है। स्मार्ट क्लासेज व ई लाइब्रेरी की योजनाएं भी अगले कुछ महीनों में धरातल लाई जाएगी।
उल्लेखनीय है कि राजकीय महाविद्यालय रायपुर का निर्माण राष्ट्रीय निर्माण निगम लिमिटेड द्वारा 1762.04 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में 4.90 करोड़ रुपए की लागत से किया गया है। इसमें प्रधानाचार्य कक्ष, लाइब्रेरी, आईटीसी लैब जैसी सभी सुविधाएं उपलब्ध है। महाविद्यालय भवन की मानचित्र संरचना भूकंपरोधी तकनीक पर आधारित है। इस अवसर पर विधायक उमेश शर्मा काऊ, अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा डॉ. रणवीर सिंह, शिक्षा निदेशक वी. एस, मलकानी तथा अन्य गणमान्य उपस्थित थे।