Edited By Seema Sharma,Updated: 24 Jun, 2019 03:13 PM
राजस्थान के बाड़मेर जिले में रविवार को एक धार्मिक आयोजन के दौरान पंडाल गिरने से तीन महिलाओं सहित 15 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। हादसे में लगभग 50 लोग घायल हुए हैं। बाड़मेर में कथावाचक मुरलीधर रामकथा कर रहे थे और इसका यूट्यूब पर लाइव प्रसारण चल रहा था।
जयपुर: राजस्थान के बाड़मेर जिले में रविवार को एक धार्मिक आयोजन के दौरान पंडाल गिरने से तीन महिलाओं सहित 15 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। हादसे में लगभग 50 लोग घायल हुए हैं। बाड़मेर में कथावाचक मुरलीधर रामकथा कर रहे थे और इसका यूट्यूब पर लाइव प्रसारण चल रहा था। कथा के बीच में ही कथावाचक मुरलीधर ने कहा था कि लगता है बारिश तेज है और कहीं पंडाल उड़ न जाए। अभी वह अपनी बात पूरी भी नहीं कर पाए कि कुछ ही सेकंड में हालात बदल गए और पंडाल पहले ऊपर को उठा और फिर नीचे की और जोर से गिरा। यह सब सिर्फ 90 सेकंड में हुआ और इसका लाइव प्रसारण भी होता रहा।
कथावाचक मुरलीधर ने श्रोताओं को पंडाल से बाहर निकलने के कहा था। वह खुद भी अपने आसन से उठ गए थे और उनके साथ संगीत बजाने वाले भी अपना सामान समेट कर बाहर की तरफ निकल गए थे। कथा की शुरुआत दोपहर 2 बजे हुई थी और करीब 3:15 बजे आंधी के साथ बूंदाबांदी शुरू हो गई थी। करीब दोपहर 3:28 बजे पंडाल के प्रवेश द्वार से अचानक बवंडर उठा और पंडाल नीचे गिरते ही लोहे के एंगलों में करंट आ गया।
डिस्कॉम ने बिजली काट दी लेकिन जनरेटर ऑटोमैटिक स्टार्ट हो गए और करंट आना बंद नहीं हुआ। करंट लगने से भी कई लोगों की मौत हुई। अंधड़ इतना तेज था कि पूरा टेंट हवा में लहराने लगा। हादसे में मरने वालों में देवीलाल (बालोतरा), सुंदरदेवी निवासी जसोल, जबरसिंह (बालोतरा), केवलदास संत, पेमाराम, चंपालाल निवासी मूंगड़ा, अविनाश व्यास जोधपुर, इंदरसिंह जागसर, सांवलदास जसोल, मालसिंह अजमेर, रमेश कुमार जसोल, नेनूदेवी जसोल, जितेंद्र पारलू व नारंगी पत्नी जोगाराम पारलू है।