Edited By Mansa Devi,Updated: 21 Dec, 2025 08:57 PM

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को आरोप लगाया कि भारतीय सांख्यिकी संस्थान को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा ‘‘धीरे-धीरे संस्थागत रूप से अपने कब्जे में लिया जा रहा है।'' लोकसभा में विपक्ष के नेता ने जोर देकर कहा कि संस्थानों का संचालन...
नेशनल डेस्क: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को आरोप लगाया कि भारतीय सांख्यिकी संस्थान को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा ‘‘धीरे-धीरे संस्थागत रूप से अपने कब्जे में लिया जा रहा है।'' लोकसभा में विपक्ष के नेता ने जोर देकर कहा कि संस्थानों का संचालन किसी विचारधारा द्वारा नहीं, बल्कि ज्ञान और विज्ञान द्वारा किया जाएगा। राहुल गांधी ने संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान संसद भवन परिसर में स्थित अपने कार्यालय में, भारतीय सांख्यिकी संस्थान के छात्रों के साथ हुई हालिया बातचीत का एक वीडियो अपने व्हाट्सएप चैनल पर पोस्ट किया।
गांधी ने वीडियो के साथ किये अपने पोस्ट में कहा, ‘‘मैंने ‘जन संसद' में भारतीय सांख्यिकी संस्थान के छात्रों से मुलाकात की। उन्होंने उन्हीं गंभीर चिंताओं को दोहराया जो देश भर के अन्य शिक्षण संस्थानों के छात्र और शिक्षक लगातार उठाते आ रहे हैं। छात्रों ने बताया कि आरएसएस धीरे-धीरे संस्थागत रूप से भारतीय सांख्यिकी संस्थान पर कब्जा कर रहा है।'' संसद सत्र के दौरान, राहुल गांधी विभिन्न वर्गों के लोगों के साथ संवाद करते हैं और इसे ‘जन संसद' नाम दिया गया है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘‘भारतीय सांख्यिकी संस्थान कोई साधारण संस्था नहीं है - यह सांख्यिकी, गणित, अर्थशास्त्र, डेटा विज्ञान, कंप्यूटर विज्ञान और नीति-निर्माण के क्षेत्र में उच्च स्तरीय शोध करता है और इसने देश के लिए विश्व स्तरीय विशेषज्ञ तैयार किए हैं।'' उन्होंने आरोप लगाया कि अकादमिक परिषदें, जिनका संचालन शिक्षाविदों द्वारा किया जाना चाहिए, अब नौकरशाही और वैचारिक हस्तक्षेप का सामना कर रही हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि पाठ्यक्रम और शोध भी ‘‘आरएसएस की विचारधारा द्वारा नियंत्रित किए जा रहे हैं।''
उन्होंने दावा किया, ‘‘यह शैक्षिक सुधार नहीं, बल्कि शिक्षा और संस्थानों को कमजोर करने की साजिश है ताकि युवाओं का भविष्य अंधकार में धकेला जा सके और इन संस्थानों का निजीकरण किया जा सके या उनकी संपत्तियां बेची जा सकें।'' राहुल गांधी ने कहा, ‘‘यह हमला सिर्फ संस्थानों पर ही नहीं, बल्कि देश की बौद्धिक स्वतंत्रता, वैज्ञानिक सोच और युवाओं के भविष्य पर है। हम ऐसा नहीं होने देंगे।''