Edited By Seema Sharma,Updated: 11 Mar, 2019 12:39 PM
चुनाव आयोग ने 17वीं लोकसभा का चुनाव सात चरण में, 11 अप्रैल से 19 मई के बीच कराने का फैसला किया है। सातों चरण के मतदान के बाद 23 मई को मतगणना होगी। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने रविवार को चुनाव कार्यक्रम घोषित करते हुए बताया
नेशनल डेस्कः चुनाव आयोग ने 17वीं लोकसभा का चुनाव सात चरण में, 11 अप्रैल से 19 मई के बीच कराने का फैसला किया है। सातों चरण के मतदान के बाद 23 मई को मतगणना होगी। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने रविवार को चुनाव कार्यक्रम घोषित करते हुए बताया कि आगामी लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिए 11 अप्रैल को होने वाले मतदान की अधिसूचना 18 मार्च को जारी की जाएगी। वहीं आयोग ने इस बार खास प्रबंध किए हैं।
- सभी चुनाव अधिकारियों की गाड़ी में जी.पी.एस. होगा।
- मोबाइल पर एप के जरिए भी आयोग को आचार संहिता के उल्लंघन की जानकारी दी जा सकती है।
- 100 मिनट के भीतर अधिकारी को इस पर एक्शन लेना ही होगा। शिकायतकर्त्ता की निजता का ख्याल रखा जाएगा।
- प्रत्याशी अगर फॉर्म 26 में सभी जानकारियां नहीं भरता तो उसका नामांकन रद्द हो जाएगा।
- बिना पैनकार्ड वाले उम्मीदवारों का नामांकन रद्द होगा।
- वोटिंग के 48 घंटे पहले लाऊडस्पीकर पर बैन।
- हर संवेदनशील स्थान पर सी.आर.पी.एफ. तैनात होगी।
- चुनाव आयोग राजनीतिक पार्टियों और उम्मीदवारों के सोशल मीडिया प्रचार पर भी नजर रखेगा।
- फेसबुक-गूगल ने भी चुनाव को देखते हुए कंटैंट की खास निगरानी करने का आश्वासन दिया है।
- सोशल मीडिया पर प्रचार सामग्री डालने से पहले पूर्व प्रमाणन अनिवार्य किया गया है।
- राज्य शिक्षा बोर्डों, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, स्थानीय त्यौहारों, स्थानीय धार्मिक उपवास दिनों के साथ ही फसलों की कटाई के मौसम तथा मौसम विभाग के पूर्वानुमान को भी ध्यान में रखा गया है।
- इस बार सभी मतदान केंद्रों पर वीवीपैट का इस्तेमाल किया जाएगा। ई.वी.एम. पर प्रत्याशियों के चुनाव चिन्ह और नाम के साथ उनके फोटो भी होंगे ताकि मतदाताओं को आसानी हो।