Edited By Parveen Kumar,Updated: 27 Apr, 2023 01:04 AM
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि दुनिया 'नये भारत' की क्षमताओं और उसके योगदान को पहचान रही है तथा यह भावना प्रबल है कि आज के भारत के पास चुनौतीपूर्ण मुद्दों का समाधान करने की क्षमता है।
नेशनल डेस्क: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि दुनिया 'नये भारत' की क्षमताओं और उसके योगदान को पहचान रही है तथा यह भावना प्रबल है कि आज के भारत के पास चुनौतीपूर्ण मुद्दों का समाधान करने की क्षमता है। जयशंकर ने कोलंबिया की राजधानी बोगोटा में मंगलवार को भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि दुनिया आज भारत में हो रहे बदलाव को स्वीकार कर रही है।
जयशंकर ने भारतीय समुदाय के लोगों के साथ भारत के 'नये भारत' में परिवर्तित होने और इसके वैश्विक निहितार्थों को भी साझा किया। उन्होंने इस बात को भी रेखांकित किया कि कैसे दुनिया नये भारत की क्षमताओं और योगदान को पहचान रही है। विदेश मंत्री ने यूक्रेन संघर्ष या विकसित दुनिया और विकासशील दुनिया से संबंधित समस्याओं का हवाला देते हुए प्रवासी भारतीयों से कहा, ‘‘इन सबके बीच हर तरफ आज यह भावना है कि भारत एक ऐसा देश है, जो किसी न किसी रूप में एक ऐसे सेतु का काम कर सकता है, जो अलग-अलग विचारों को एक साथ लाता है और समस्याओं का समाधान खोजने में मदद करता है।''
जयशंकर ने तुर्किये में आए विनाशकारी भूकंप के दौरान भारत की ओर से 24 घंटे के भीतर उसे मदद मुहैया कराने के वाकये का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘पिछले एक दशक में, हमने संकट के समय पहली प्रतिक्रिया देने वाले के रूप में प्रतिष्ठा बनाई है। जब कुछ होता है तो हम तेजी से आगे बढ़ते हैं, क्योंकि हमने देश के भीतर अपनी क्षमता विकसित कर ली है और अब हमें लगता है कि हम काफी अच्छे हैं, काफी अनुभवी हैं और बाहर ऐसा करने के लिए पर्याप्त रूप से जिम्मेदार हैं।''
विदेश मंत्री ने जलवायु परिवर्तन के मुद्दे को लेकर भी कहा, ‘‘जलवायु परिवर्तन की समस्या से निपटने की दिशा में आज हम खुद को नेतृत्व करने वाले देश के रूप में देख रहे हैं, एक ऐसा देश, जिसने सौर ऊर्जा, नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में बहुत कुछ किया है, वास्तव में विचारों और प्रथाओं तथा संस्थानों की एक पूरी श्रृंखला के साथ तैयार है।'' जयशंकर ने विदेशों में रह रहे भारतीयों के कल्याण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा किए गए कार्यों के बारे में भी बात की।
उन्होंने प्रवासी भारतीयों के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि विदेशों में भारत की छवि समुदाय के लोगों ने बेहतर बनाई है। कोलंबिया प्रवास के दौरान जयशंकर यहां के कई शीर्ष नेताओं से मुलाकात करेंगे। गौरतलब है कि जयशंकर गुयाना, पनामा, कोलंबिया और डोमिनिक गणराज्य की नौ-दिवसीय यात्रा पर हैं।