Edited By Yaspal,Updated: 03 Jun, 2024 08:48 PM

कनाडा में आए दिन खालिस्तान समर्थक भारत विरोधी हमले और तिरंगे का अपमान करते नजर आ रहे हैं लेकिन ट्रूडो सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है। अब तक ट्रूडो सरकार ने भारत विरोधी एजेंडा चलाने वालों पर ना तो कोई कार्रवाई की है
इंटरनेशनल डेस्कः कनाडा में आए दिन खालिस्तान समर्थक भारत विरोधी हमले और तिरंगे का अपमान करते नजर आ रहे हैं लेकिन ट्रूडो सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है। अब तक ट्रूडो सरकार ने भारत विरोधी एजेंडा चलाने वालों पर ना तो कोई कार्रवाई की है और ही किसी को हिरासत में लिया है।
सोशल मीडिया पर अब एक ऐसा ही वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें खालिस्तान के समर्थन में लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। इतना ही नहीं वीडियो में साफतौर पर देखा जा सकता है कि दो व्यक्ति भारत के राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को हाथ में पकड़े हुए हैं और उनमें से एक व्यक्ति तलवार निकालता है और झंडे को बीच में से फाड़ देता है। वहीं एक अन्य झंडा जमीन पर पड़ा हुआ है। आरोपी की पहचान मनजिंदर सिंह के रूप में हुई है। अभी तक इस मामले में अभी ट्रूडो सरकार ने ना तो भारत विरोधी तत्वों पर कोई कार्रवाई की है और ना ही किसी की गिरफ्तारी हुई है। बता दें कि कनाडा ने भारत के खिलाफ काम कर रहे खालिस्तानी आतंकवादियों को खुली छूट दे रखी है।
जयशंकर ने भी उठाया मुद्दा
भारत ने कनाडा, यूके समेत अन्य पश्चिमी देशों के सामने उनके यहां खालिस्तानी अलगाववादियों की बढ़ती सक्रियता को लेकर चिंता जताई है। पिछले महीने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि किसी भी देश के लिए अपनी प्रतिष्ठा के लिए इस तरह का संदेश भेजना अच्छा नहीं है। हमें उम्मीद है कि भारतीय मिशनों पर हमला करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कनाडा की स्थिति के बारे में जयशंकर ने कहा, “हमें कनाडा में वीजा देना रोकना पड़ा था। हमारे राजनयिक काम पर जाने के लिए सुरक्षित नहीं थे। उन्हें बार-बार धमकाया गया, डराया गया। उस समय कनाडा की सरकार से बहुत कम सहयोग मिल रहा था। इसमें तब से सुधार हुआ है।”
इससे पहले भी 17 मार्च को कनाडा के अल्बर्टा के कैलगरी शहर में खालिस्तान समर्थक इकट्ठा हुए थे। इस दौरान भी उन्होंने इसी प्रकार की हरकर की थी। एक खालिस्तानी समर्थक ने तिरंगे को खंजर की नोंक पर छिन्न-भिन्न कर दिया था। हालांकि, एक भारतीय गुट ने इसका विरोध किया और खालिस्तानी समर्थकों से भिड़ गया। लेकिन पुलिस ने उनको रोक लिया।
ट्रूडो के सामने PM मोदी ने उठाई थी आवाज
उल्लेखनीय है कि पिछले साल G20 समिट में शामिल होने आए कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को खालिस्तान के मुद्दे पर फजीहत का सामना करना पड़ा था। कनाडाई पीएम के सामने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनाडा में बढ़ते भारत विरोधी हमलों को लेकर चिंता जताई थी। ट्रूडो ने इस पर जवाब देने से इनकार कर दिया। वहीं ट्रूडो जब कनाडा पहुंचे तो वहां भी उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा था।