Edited By ,Updated: 22 Mar, 2016 11:31 AM

आपने अक्सर देखा है कि जब किसी इंसान की मौत हो जाती है तो उसका परिवार उससे हमेशा के लिए बिछड़ जाता है। अगर कोई आपसे ये कहें कि दुनिया में एक एेसी जगह भी है जहां मरने के बाद भी लोग अपने परिवार से अलग नहीं होते...
जकार्ता: आपने अक्सर देखा है कि जब किसी इंसान की मौत हो जाती है तो उसका परिवार उससे हमेशा के लिए बिछड़ जाता है। अगर कोई आपसे ये कहें कि दुनिया में एक एेसी जगह भी है जहां मरने के बाद भी लोग अपने परिवार से अलग नहीं होते, अपने घरों में रहते है तो शायद आपको यकीन नहीं होगा, पर ये सच है।
इंडोनेशिया के सुदूर द्विपीय हिस्से में लोग मौत के बाद भी अपने परिजनों से जुदा नहीं होते। यहां लोगों को मौत के बाद दफनाया या जलाया नहीं जाता, बल्कि यहां तो मृत व्यक्ति को भी सालों साल अपने साथ घरों में ही रखा जाता है। उनका पूरा ख्याल रखा जाता है। उनसे बातचीत की जाती है। उन्हें खाना खिलाया जाता है।
एेसी ही कहानी है इंडोनेशिया के सुलावेसी आईलैंड पर बसे रैंटेपाओ कस्बे में रहने वाली एक महिला एलिजाबेथ की, जो पति की मौत के बाद भी उसके शव के साथ रहती है। चाहे उसका पति मर चुका है फिर भी उनका पूरा परिवार हर दिन नाश्ता, मध्याह्न भोजन, शाम की चाय और रात का भोजन उनके साथ ही करते है। एलिजाबेथ कहती हैं कि ऐसा करने की वजह हमारा प्यार है। उसने अपने पति का शव घर में रखा हुआ है, बिल्कुल जिंदा इंसान की तरह है।
यहां के कबीले में ये परंपरा है। कई घरों में सालों पुराने शव पड़े हैं। लोग उनके साथ उठते-बैठते और खुशियां मनाते हैं। दरअसल, वो किसी खास लेप का इस्तेमाल करते हैं, ताकि शव बर्बाद न होकर ममी की तरह रहे। ऐसे तमाम मामलों के सामने आने के बाद ये कस्बा अचानक ही दुनिया की नजरों में आ गया है।