Edited By Diksha Raghuwanshi,Updated: 06 Dec, 2025 04:49 PM

बिहार की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई गति देने और राज्य की प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (PACS) को एक सक्षम आर्थिक इकाई के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से, प्रमुख कृषि इनपुट निर्माता कंपनी 'Phoenix Plants Lifesaver Pvt. Ltd.' ने अपने रणनीतिक अभियान...
(वेब डेस्क) बिहार की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई गति देने और राज्य की प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (PACS) को एक सक्षम आर्थिक इकाई के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से, प्रमुख कृषि इनपुट निर्माता कंपनी 'Phoenix Plants Lifesaver Pvt. Ltd.' ने अपने रणनीतिक अभियान 'मिशन प्रगति' के विस्तार की घोषणा की है। 'पैक्स की प्रगति, बिहार की उन्नति' के ध्येय वाक्य के साथ शुरू की गई यह पहल राज्य के कृषि क्षेत्र में आपूर्ति श्रृंखला की बाधाओं को दूर करने और किसानों तक गुणवत्तापूर्ण उर्वरक पहुँचाने पर केंद्रित है।
बिहार की लगभग 76% आबादी आजीविका के लिए कृषि पर निर्भर है। राज्य में 8,463 से अधिक पैक्स समितियां हैं, जो ग्रामीण वित्तीय प्रणाली और अनाज खरीद की रीढ़ मानी जाती हैं। हालाँकि, कई पैक्स समितियां केवल धान-गेहूँ खरीद तक सीमित रह जाती हैं। 'मिशन प्रगति' का उद्देश्य इन समितियों को 'बहुउद्देशीय सेवा केंद्रों' (Multi-Service Centers) के रूप में विकसित करने में मदद करना है। Phoenix Plants Lifesaver Pvt. Ltd. इस दिशा में एक उत्प्रेरक का कार्य कर रही है, ताकि पैक्स समितियां खाद-बीज और अन्य कृषि इनपुट के वितरण में भी आत्मनिर्भर बन सकें।
वर्ष 2019 में स्थापित फीनिक्स प्लांट्स लाइफसेवर प्राइवेट लिमिटेड ने हरियाणा के पानीपत स्थित अपनी अत्याधुनिक विनिर्माण इकाई (Manufacturing Unit) से 'धरोहर' ब्रांड के तहत उच्च गुणवत्ता वाले उर्वरकों का उत्पादन शुरू किया था। कंपनी के निदेशक श्री प्राइज बालियान के अनुसार, "यह मिशन केवल व्यापार विस्तार नहीं, बल्कि एक विचार है। बिहार में कृषि के विकास के लिए केवल गति काफी नहीं है, बल्कि सही दिशा में 'सोच' के साथ की गई 'प्रगति' आवश्यक है।"
इस मिशन के तहत कंपनी ने अब तक राज्य की लगभग 3,000 पैक्स समितियों को अपने नेटवर्क से जोड़ा है। इसका सीधा लाभ यह हुआ है कि सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में, जहाँ पहले समय पर खाद की किल्लत होती थी, अब पैक्स के माध्यम से 'धरोहर' उर्वरकों की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित हो रही है।
गुणवत्ता और वैज्ञानिक दृष्टिकोण
केवल उत्पाद बेचना ही कंपनी का लक्ष्य नहीं है। 'मिशन प्रगति' से पहले कंपनी ने बिहार में व्यापक स्तर पर 'मिट्टी जाँच अभियान' चलाया था। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, बिना मिट्टी की सेहत जाने अंधाधुंध उर्वरक प्रयोग से खेती की लागत बढ़ती है और जमीन बंजर होती है। कंपनी ने वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाते हुए किसानों को यह जागरूक किया कि 'धरोहर' उत्पादों का उपयोग मिट्टी की आवश्यकता के अनुसार कैसे किया जाए। यह कदम किसानों की आय बढ़ाने की दिशा में एक ठोस प्रयास है।
यह पहल वर्तमान वैश्विक और राष्ट्रीय परिदृश्य में अत्यंत प्रासंगिक है। संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2025 को 'अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष' (International Year of Cooperatives) घोषित किया है, जिसका विषय "सहकारिता एक बेहतर दुनिया का निर्माण करती है" रखा गया है।
वहीं, भारत सरकार, माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह के नेतृत्व में पैक्स के पुनरुद्धार के लिए अभूतपूर्व कार्य कर रही है। पैक्स के कम्प्यूटरीकरण और उन्हें आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा 48 नई पहलें शुरू की गई हैं। Phoenix Plants Lifesaver Pvt. Ltd. का 'मिशन प्रगति' केंद्र सरकार के इसी विजन का निजी क्षेत्र की ओर से दिया गया एक मजबूत समर्थन है।
कंपनी के सीईओ श्री वतन बालियान और निदेशक श्री प्राइज बालियान ने इस बात पर जोर दिया कि सहकारिता के सात मूल सिद्धांतों में से एक 'समुदाय के प्रति सरोकार' (Concern for Community) है। इसी सिद्धांत का पालन करते हुए, कंपनी यह सुनिश्चित कर रही है कि बिहार का किसान और पैक्स व्यवस्था दोनों आर्थिक रूप से सुदृढ़ हों।
'मिशन प्रगति' के माध्यम से फीनिक्स प्लांट्स लाइफसेवर, बिहार में एक पारदर्शी और कुशल कृषि पारिस्थितिकी तंत्र (Agriculture Ecosystem) का निर्माण कर रही है। यह प्रयास न केवल राज्य की जीडीपी में कृषि के योगदान को बढ़ाएगा, बल्कि सहकारिता आंदोलन को एक नया आयाम भी देगा।