Edited By Auto Desk,Updated: 24 May, 2022 11:13 AM
जिले का पहला ऐसा थाना जहां लोग रिपोर्ट की बजाय 45° तापमान में सुकून की तलाश में पहुंचते हैं
बीकानेर: पुलिस थाने का नाम सुने ही मन में अपराधी, कैदी , लुटेरे का ख्याल मन में आते होंगे पर क्या अपने सूना है की लोग पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करने की बजाय घूमने और हरियाली का आनंद लेने पहुंचते हैं मगर यह हिक्क़त है। राजस्थान के एक ऐसे गांव में पुलिस थाना है जहा लोग भीषण गर्मी के बीच टहलने के लिए आते है ताकि उनकी थकान दूर हो।
बीकानेर से 60 किलोमीटर दूर नोखा कस्बे का थाना जिले का इकलौता ऐसा थाना है जहां लोग शिकायत करने की बजाय घूमने और हरियाली का आनंद लेने पहुंचते हैं। थाने में पेड़-पौधों के बीच टहलने के साथ आने वालो महक उनकी थकान को मिटाकर ताजगी का अहसास कराती है। बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे यहां में सुबह शाम घूमने आते हैं। थाने में ऐसे फूल लगे हुए हैं जो रेगिस्तान में नहीं लगते। । कम तापमान में लगने वाले गुलाब, ललटानिया, गुलदावरी के पौधे की खुशबू नोखा थाना महकता है। इसके अलावा यहां पर चमेली रातरानी, गुडहल, कनेर, सदाबहार, बोगनवेल, नागचंपा के पौधे भी लगे हुए हैं। पहले थाने में इधर-उधर बिखरा पुलिस कबाड़ लोगों की परेशानी का कारण भी बनता था लेकिन एक साल पहले यहां आए थानाधिकारी ईश्वरप्रसाद जांगिड़ ने थाने की सूरत की बदलकर कर रख दी है। अब थाने में आने वाले को स्वच्छता की नसीहत मिलती है ।
\नोखा सीआई ईश्वर जांगिड़ ने जब से नोखा थाने जॉइन किया उसी दिन से ही नोखा थाना अपने आप में अलग ही पहचान रखने लगा । सीआई स्वयं अपने हाथों से पेड़ों को पानी देकर अलग-अलग प्रकार के पौधे, फूल लगाना, उन्हें विकसित करने के साथ अन्य कार्य में रुचि रखने लगे। उसी का परिणाम है कि आज नोखा थाने का अलग ही रूप देखने को मिल रहा है । सीआई द्वारा केवल अपने स्टाफ का ध्यान ही नहीं बल्कि वातावरण और आमजन के हित का ध्यान भी रखा जाता है । सीआई ईश्वर जांगिड़ ने बताया कि बचपन से पर्यावरण सरंक्षण में रुचि थी । जब से पुलिस में जॉइन किया है तब से हर थाने में ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधे लगाता हु ओर उन ख्याल रखता हूं । मकसद साफ है कि पर्यवरण सरक्षण हो था पुलिस थाने का जो ख्याल लोगो के मन मे आता है वह बदलाव हो।