Edited By Mehak,Updated: 26 Sep, 2025 01:30 PM

भारतीय टीम ने एशिया कप 2025 में लगातार जीत के साथ फाइनल में जगह बनाई है। कप्तान सूर्यकुमार यादव के नेतृत्व में टीम का हर विभाग मजबूत दिख रहा है। लेकिन फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ फील्डिंग, कप्तान की फॉर्म और बल्लेबाजी में अत्यधिक निर्भरता जैसी...
नेशनल डेस्क : भारतीय क्रिकेट टीम ने एशिया कप 2025 में लगातार जीत के साथ फाइनल में जगह बनाई है। मौजूदा फॉर्म के आधार पर टीम ट्रॉफी की सबसे बड़ी दावेदार बन चुकी है। कप्तान सूर्यकुमार यादव के नेतृत्व में टीम का हर विभाग – बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग, मजबूत और संतुलित दिखाई दे रहा है। लेकिन रविवार को फाइनल में भारत का सामना पाकिस्तान से होगा। ऐसे हाई-प्रेशर मुकाबले में एक भी गलती टीम इंडिया के लिए भारी पड़ सकती है। इसलिए टीम को अपनी खामियों पर नजर रखकर मैच खेनला होगा।
1. फील्डिंग में चिंता
इस टूर्नामेंट में भारत की सबसे बड़ी कमजोरी फील्डिंग रही है। अब तक टीम ने 12 कैच छोड़े, जिनमें से 8 सिर्फ पिछले 2 मुकाबलों में गिरे हैं। आसान मौके भी टीम के लिए चुनौती बन गए हैं। वरुण चक्रवर्ती और सूर्यकुमार यादव ने माना है कि टीम ने दुबई में पर्याप्त अभ्यास किया है और फ्लडलाइट्स की आदत भी हो चुकी है। अब बहाने खत्म हो चुके हैं और फाइनल में हर कैच महत्वपूर्ण होगा।
2. बल्लेबाजी में अभिषेक और शुभमन पर निर्भरता
भारत की बल्लेबाजी फिलहाल काफी हद तक अभिषेक शर्मा और शुभमन गिल पर टिकी हुई है। दोनों ने टीम को मजबूत शुरुआत दी है। खासकर अभिषेक, जो अपनी ताकतवर बैट स्विंग और शानदार फॉर्म के चलते तेज शुरुआत दे रहे हैं। लेकिन फाइनल जैसे हाई-प्रेशर मैच में केवल इन दोनों पर भरोसा करना जोखिम भरा हो सकता है। मध्यक्रम और अन्य बल्लेबाजों को भी जिम्मेदारी उठानी होगी, ताकि शुरुआती विकेट गिरने पर टीम दबाव में न आए।
3. सूर्यकुमार यादव की फॉर्म
कप्तान सूर्यकुमार यादव पिछले कुछ हफ्तों से बल्ले से संघर्ष कर रहे हैं। उनकी पिछली 9 पारियों में सिर्फ 87 रन बने हैं, औसत 12.42 और स्ट्राइक रेट 112.98 रहा। एशिया कप में उनके 59 रन (औसत 29.50, स्ट्राइक रेट 111.32) की स्थिति दर्शाती है कि कप्तान का बल्ला पूरी तरह आग नहीं उगल रहा। फिर भी टीम मजबूत है और खिताब जीतने की संभावना बरकरार है। टीम के बाकी खिलाड़ी जिम्मेदारी संभाल रहे हैं, लेकिन फैन्स यही उम्मीद करेंगे कि सूर्या जल्द फॉर्म में लौटें।
4. ओवर-एक्सपेरिमेंट से बचाव
बांग्लादेश के खिलाफ मैच में शिवम दुबे को नंबर-3 पर उतारना और संजू सैमसन को मौका न देना फाइनल में उल्टा असर डाल सकता है। बड़े मैच में स्पष्ट रणनीति और तय बल्लेबाजी क्रम ही टीम को स्थिरता देगा। खिताबी मुकाबले में ऐसे प्रयोग जोखिम भरे साबित हो सकते हैं।
5. बेंच स्ट्रेंथ का संतुलित इस्तेमाल
टीम के पास बेंच पर कई मजबूत खिलाड़ी मौजूद हैं, जो फाइनल में रणनीतिक लचीलापन दे सकते हैं। लेकिन खिताबी मुकाबले में भरोसेमंद और आजमाए हुए संयोजन पर ही भरोसा करना सबसे सुरक्षित विकल्प है। टीम मैनेजमेंट को सुनिश्चित करना होगा कि बदलाव संतुलित हों और प्रत्येक खिलाड़ी अपनी भूमिका पूरी तरह समझे।
फाइनल की तैयारी और संभावनाएं
भारत ने एशिया कप में लगातार जीत का दम दिखाया है और खिताब की सबसे बड़ी दावेदार है। लेकिन फाइनल में पाकिस्तान जैसी टीम के खिलाफ ड्रॉप कैच, ओवर-एक्सपेरिमेंट और कप्तान की फॉर्म जैसी चीजें चुनौती बन सकती हैं। यदि भारत इन सभी कमजोरियों पर काबू पा लेता है, तो ट्रॉफी उसके हाथ में होगी।