Edited By PTI News Agency,Updated: 11 Aug, 2022 09:48 PM
नयी दिल्ली, 11 अगस्त (भाषा) सरकार ने फोर्टिफाइड (अतिरिक्त पोषक तत्वों से युक्त) चावल योजना के दूसरे चरण के तहत इस साल अप्रैल से अभी तक सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के जरिये करीब 6.83 लाख टन चावल का वितरण किया गया है। केंद्र ने बृहस्पतिवार...
नयी दिल्ली, 11 अगस्त (भाषा) सरकार ने फोर्टिफाइड (अतिरिक्त पोषक तत्वों से युक्त) चावल योजना के दूसरे चरण के तहत इस साल अप्रैल से अभी तक सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के जरिये करीब 6.83 लाख टन चावल का वितरण किया गया है। केंद्र ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
फोर्टिफाइड चावल खाद्य नियामक एफएसएसएआई द्वारा निर्धारित मानकों के अनुरूप बनाया जाता है। इसमें चावल को तीन सूक्ष्म पोषक तत्वों - आयरन, फोलिक एसिड और विटामिन बी 12 के साथ मिश्रित करने की सलाह दी गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 75वें स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में गरीबों के बीच कुपोषण के मुद्दे का समाधान निकालने की घोषणा की थी। सरकार का उद्देश्य 2024 तक केंद्र सरकार की सभी योजनाओं के माध्यम से चरणबद्ध तरीके से पोषण संवर्धित चावल का वितरण करना है।
इसका पहला चरण अक्टूबर, 2021 में शुरू किया गया था जिसके तहत एकीकृत बाल विकास सेवाओं (आईसीडीएस) और प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण-पीएम पोषण (पूर्व में मध्याह्न भोजन योजना) के माध्यम से फोर्टिफाइड चावल की आपूर्ति की गई थी।
खाद्य मंत्रालय के अनुसार, एक अप्रैल, 2022 से शुरू हुए दूसरे चरण के तहत राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा लगभग 6.83 लाख टन फोर्टिफाइड चावल वितरित किया गया है।
दूसरे चरण में लगभग 52 प्रतिशत जिलों ने खाद्यान्न ले लिया है।
एक बयान में कहा गया कि 24 राज्यों के कुल 151 जिलों ने पहले ही पीडीएस के तहत फोर्टिफाइड चावल उठा लिया है।
बयान के मुताबिक, पिछले साल अक्टूबर में इस योजना की शुरुआत से अबतक राज्यों में लगभग 17.51 लाख टन फोर्टिफाइड चावल वितरित किया गया है। इस बीच, मिलों में फोर्टिफाइड चावल तैयार करने की क्षमता बढ़कर 60 लाख टन हो गई है।
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