Edited By PTI News Agency,Updated: 26 Sep, 2022 10:40 PM
नयी दिल्ली, 26 सितंबर (भाषा) वर्ष 2016 में स्टार्टअप के लिए गठित कोषों के कोष (एफएफएस) ने इस साल 24 सितंबर तक 88 वैकल्पिक निवेश कोषों (एआईएफ) को 7,385 करोड़ रुपये मुहैया कराने की प्रतिबद्धता जताई है।
नयी दिल्ली, 26 सितंबर (भाषा) वर्ष 2016 में स्टार्टअप के लिए गठित कोषों के कोष (एफएफएस) ने इस साल 24 सितंबर तक 88 वैकल्पिक निवेश कोषों (एआईएफ) को 7,385 करोड़ रुपये मुहैया कराने की प्रतिबद्धता जताई है।
उद्योग एवं वाणिज्य मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि एफएफएस की पहल ने भारतीय स्टार्टअप परिवेश में घरेलू पूंजी लाने में बड़ी भूमिका निभाई है।
एफएफएस का गठन 10,000 करोड़ रुपये के कोष के साथ किया गया था। इस कोष को 14वें एवं 15वें वित्त आयोगों के कार्यकाल (2016-2025) में बजटीय समर्थन के दम पर गठित किया जाना है। मंत्रालय के ही उद्योग एवं आंतरिक व्यापार प्रोत्साहन विभाग को यह बजटीय समर्थन देना है।
इसके साथ ही मंत्रालय ने कहा कि इन वैकल्पिक निवेश कोषों ने 720 स्टार्टअप में 11,206 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
एफएफस के तहत बाजार नियामक सेबी के पास पंजीकृत वैकल्पिक निवेश कोषों को यह बजटीय समर्थन दिया जाता है और इस राशि का निवेश ये कोष स्टार्टअप कंपनियों में करते हैं। एफएफएस से समर्थित एआईएफ को सामूहिक तौर पर 48,000 करोड़ रुपये का कोष बनाना है।
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