Edited By ,Updated: 07 Oct, 2015 04:27 PM
इंदौर में लिवर ट्रांसप्लांट के लिए बुधवार को पूरे शहर का ट्रैफिक रोक दिया गया। एंंबुलेंस ने 10.5 किमी के लिए लगने वाले 50 मिनट के सफर को 8 मिनट में ही तय कर लिया।
इंदौर : इंदौर में लिवर ट्रांसप्लांट के लिए बुधवार को पूरे शहर का ट्रैफिक रोक दिया गया। एंंबुलेंस ने 10.5 किमी के लिए लगने वाले 50 मिनट के सफर को 8 मिनट में ही तय कर लिया। हॉस्पिटल से एयरपोर्ट तक लाए गए लिवर को बाद में प्लेन से दिल्ली भेज दिया गया। वहां गुडग़ांव के मेदांता हॉस्पिटल में यह लिवर दो लोगों की जिंदगी बचाएगा।
खरगौन के 40 वर्षीय रामेश्वर खेड़े पिछले कुछ समय से बीमार थे और इंदौर के चोइथराम हॉस्पिटल में भर्ती थे। बुधवार को उनके निधन के बाद परिवार ने लिवर डोनेट करने का फैसला किया। इसके लिए दिल्ली के मेदांता हॉस्पिटल में दो रिसीवर मिल गए। बता दें कि लिवर के कुछ हिस्सों को अलग-अलग डोनेट किया जा सकता है।