Edited By ,Updated: 13 Jun, 2023 05:10 AM
1 मई को लेस्ली नामक एक 13 वर्षीय बच्ची 9, 5 और 1 वर्ष आयु के 3 भाइयों तथा अपनी मां के साथ एक छोटे विमान में यात्रा कर रही थी।
1 मई को लेस्ली नामक एक 13 वर्षीय बच्ची 9, 5 और 1 वर्ष आयु के 3 भाइयों तथा अपनी मां के साथ एक छोटे विमान में यात्रा कर रही थी। यह विमान कोलम्बिया में अमेजन के जंगलों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया जिससे इन बच्चों की मां, विमान चालक और उसमें सवार एक नेता की मौत हो गई, जबकि इन चारों बच्चों का कोई अता-पता न चला। ये बच्चे घने जंगल में भटकते रहे, जिन्हें बचाव दल ने 40 दिनों के बाद 9 जून को चमत्कारिक रूप से जिंदा खोज निकाला।
इनके इतने लंबे समय तक जिंदा रहने का श्रेय 13 वर्षीय लेस्ली को है। वह तरह-तरह की बातों से अपने भाइयों का हौसला बढ़ाने के साथ-साथ मलबे में मिले शकरकंदी जैसे फल से बना ‘फरीना’ नामक व्यंजन स्वयं और उन्हें खिलाती रही और इसके समाप्त हो जाने के बाद वे चारों जंगली फलों के बीज खाकर जिंदा रहे।
लेस्ली अपने भाइयों की जान बचाने के लिए उनके साथ सर्वाइवल गेम भी खेलती रही, जिससे उनमें मौत का भय पैदा नहीं हुआ और यह कहावत सच सिद्ध हो गई कि ‘जाको राखे साइयां, मार सके न कोय’। बचाव दल के सदस्यों को जब ये बच्चे पहली बार घने जंगल के बीच मिले तो लेस्ली अपनी गोद में सबसे छोटे भाई को लेकर दौड़ कर उनके पास पहुंची और बोली, ‘‘मुझे भूख लगी है’’ और जमीन पर लेटे हुए बच्चे ने कहा, ‘‘मां मर गई।’’ इस समय ये बच्चे बोगोटा के अस्पताल में स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं। -विजय कुमार