Edited By ,Updated: 30 Jul, 2023 03:27 AM
कुछ समय पहले तक सुविधा एवं सम्मान की दृष्टि से बसों-रेलगाडिय़ों की तुलना में विमान यात्रा को अधिक सुरक्षित माना जाता था। इनमें शिक्षित व सभ्य समझे जाने वाले लोगों के यात्रा करने के कारण यात्रियों को कोई खतरा नहीं होता था, पर अब हालात बदल रहे हैं।
कुछ समय पहले तक सुविधा एवं सम्मान की दृष्टि से बसों-रेलगाडिय़ों की तुलना में विमान यात्रा को अधिक सुरक्षित माना जाता था। इनमें शिक्षित व सभ्य समझे जाने वाले लोगों के यात्रा करने के कारण यात्रियों को कोई खतरा नहीं होता था, पर अब हालात बदल रहे हैं। अन्य अपराधों के अलावा अब तो विमानों में महिला यात्रियों के यौन उत्पीडऩ जैसी घटनाएं भी होने लगी हैं। इसकी ताजा मिसाल 26 जुलाई को देखने को मिली, जब दिल्ली से मुम्बई जा रहे विमान में 24 वर्षीय एक महिला डाक्टर का यौन उत्पीडऩ करने के आरोप में उसकी बगल वाली सीट पर बैठे एक प्रोफैसर को गिरफ्तार किया गया।
महिला डाक्टर के अनुसार मुम्बई हवाई अड्डों पर विमान के उतरने से कुछ समय पहले आरोपी प्रोफैसर ने उन्हें गलत ढंग से छुआ। इसके बाद दोनों में बहस होने पर महिला डाक्टर ने चालक दल के सदस्यों को सूचित किया, जिन्होंने आकर दोनों को शांत किया। विमान से उतर कर पीड़िता द्वारा सहार थाने में शिकायत दर्ज करवाने के बाद प्रोफैसर को गिरफ्तार कर लिया गया। यदि पढ़े-लिखे लोग ही ऐसा करने लगेंगे तो क्या अब विमानों में भी रेलगाडिय़ों और बसों की भांति महिलाओं के लिए अलग सीटों की व्यवस्था करनी पड़ेगी, जो संभव नहीं। अब तो रेलगाडिय़ों में भी महंगे दर्जे की टिकटों वाले डिब्बे में महिलाओं और पुरुषों की सीटें अलग नहीं होतीं और सब इकट्ठे ही बैठते हैं।
विमानन कम्पनियां विमानों से बाहर सुरक्षा के नाम पर कड़े कदम उठाती हैं। जैसे कि 27 जुलाई को बेंगलुरु हवाई अड्डे पर कर्नाटक के राज्यपाल थावर चंद गहलोत को एक मिनट देर से पहुंचने के कारण विमान में सवार होने से रोक दिया गया, हालांकि बाद में कम्पनी को माफी मांगनी पड़ी, परंतु विमानों के अंदर सुरक्षा प्रबंध अब नाममात्र ही रह गए हैं जो निम्न घटनाओं से स्पष्ट है:
* 10 अप्रैल, 2023 को दिल्ली से लंदन जा रही ‘एयर इंडिया’ की उड़ान में एक यात्री ने विमान के उड़ान भरते ही 2 कैबिन क्रू मैम्बरों के साथ बदसलूकी की और उन्हें पीट डाला।
* 7 अप्रैल, 2023 को दिल्ली से बेंगलुरू जा रहे ‘इंडिगो’ के एक विमान में नशे में धुत्त यात्री ने विमान के एमरजैंसी गेट की कुंडी खोलने की कोशिश की।
* 23 मार्च, 2023 को ‘इंडिगो’ की दुबई-मुम्बई उड़ान में 2 यात्रियों ने विमान में सहयात्रियों के साथ दुव्र्यवहार किया तथा क्रू मैम्बरों के मना करने के बावजूद शराब पीते रहे।
* 16 दिसम्बर, 2022 को इस्तांबुल से दिल्ली आ रहे ‘इंडिगो’ के विमान में एक यात्री का एयर होस्टेस से परोसे जाने वाले भोजन को लेकर विवाद हो गया। यात्री के तेज आवाज में चिल्लाने पर एयर होस्टेस ने उसे चुप रहने और बात करने के लहजे पर ध्यान देने को कहा तो बहस बढ़ गई। यात्री के यह कहने पर कि ‘‘तुम नौकर हो’’, एयर होस्टेस भी भड़क गई और बोली, ‘‘हां मैं एक कर्मचारी हूं लेकिन आपकी नौकर नहीं हूं। आप चालक दल के सदस्य के साथ इस तरह बात नहीं कर सकते।’’
* 26 नवम्बर, 2022 को न्यूयार्क से दिल्ली आ रहे विमान में 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला यात्री पर नशे में धुत्त एक यात्री ने पेशाब कर दिया जिससे महिला के कपड़े, जूते और बैग भी भीग गए।
इस तरह की घटनाओं को देखते हुए विमानन कम्पनियों को विमानों के अंदर सुरक्षा व्यवस्था प्रभावशाली बनाने की तुरंत आवश्यकता है। इसके लिए जहां विमान के हवाई अड्डे पर उतरते ही उपद्रवी यात्रियों को पुलिस के हवाले करने की जरूरत है, वहीं ऐसे यात्रियों को ‘नो फ्लायर’ सूची में डाल कर लम्बी अवधि के लिए उनके विमान यात्रा करने पर रोक लगानी चाहिए।
अभी विमानन कम्पनियां छोटी सी अवधि के लिए ही अपने विमानों में ऐसे यात्रियों के यात्रा करने पर रोक लगाती हैं, परंतु यह रोक सभी कम्पनियों के विमानों में की जाने वाली यात्रा पर लगाई जानी चाहिए।—विजय कुमार