Edited By jyoti choudhary,Updated: 21 Jul, 2025 01:13 PM

Amazon की क्लाउड यूनिट Amazon Web Services (AWS) ने एक बार फिर छंटनी की लहर शुरू कर दी है। कंपनी ने सैकड़ों कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया है और अनुमान है कि यह केवल शुरुआत है। टेक विश्लेषक अमांडा गुडॉल के मुताबिक, AWS में 10% तक कर्मचारियों...
बिजनेस डेस्कः Amazon की क्लाउड यूनिट Amazon Web Services (AWS) ने एक बार फिर छंटनी की लहर शुरू कर दी है। कंपनी ने सैकड़ों कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया है और अनुमान है कि यह केवल शुरुआत है। टेक विश्लेषक अमांडा गुडॉल के मुताबिक, AWS में 10% तक कर्मचारियों की छंटनी हो सकती है, जिसमें 25% प्रिंसिपल-लेवल (L7) पद भी शामिल हैं।
Amazon ने बयान जारी कर कहा कि छंटनी का मकसद संगठनात्मक ढांचा सरल करना, लागत में कटौती और प्रदर्शन में सुधार लाना है। प्रभावित टीमों में ट्रेनिंग, सर्टिफिकेशन और अन्य यूनिट शामिल हैं।
AI टेक्नोलॉजी भी छंटनी का एक अहम कारण है। CEO एंडी जैसी के अनुसार, कई पारंपरिक काम अब AI टूल्स और वर्चुअल एजेंट्स द्वारा पूरे किए जा रहे हैं। हालांकि, कंपनी का कहना है कि AI इंसानों की पूरी तरह जगह नहीं ले रहा है, लेकिन इससे टीम संरचना में बदलाव जरूरी हो गया है।
AWS के अलावा Amazon की डिवाइसेज एंड सर्विसेज, बुक्स और वंडरी पॉडकास्ट यूनिट्स में भी छंटनी की गई है।
17 जुलाई को कर्मचारियों को टर्मिनेशन मेल भेजे गए और तुरंत सिस्टम एक्सेस बंद कर दिया गया। गौरतलब है कि AWS ने हाल ही में $29.3 बिलियन की तिमाही आय दर्ज की है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 17% अधिक है।