Edited By Supreet Kaur,Updated: 19 Sep, 2018 09:59 AM
कर्ज के भारी बोझ तले दबी कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) के अध्यक्ष अनिल अंबानी ने कहा कि उनकी कंपनी पूरी तरह दूरसंचार क्षेत्र से बाहर होकर रियल एस्टेट पर ध्यान देगी। अंबानी ने यहां 14वीं वार्षिक आम बैठक में कहा कि 2000 के शुरूआती दशक में सस्ते...
मुंबईः कर्ज के भारी बोझ तले दबी कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) के अध्यक्ष अनिल अंबानी ने कहा कि उनकी कंपनी पूरी तरह दूरसंचार क्षेत्र से बाहर होकर रियल एस्टेट पर ध्यान देगी। अंबानी ने यहां 14वीं वार्षिक आम बैठक में कहा कि 2000 के शुरूआती दशक में सस्ते ऑफर लाकर दूरसंचार सेवाओं को लोकतांत्रिक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली कंपनी आरकॉम का पहला ध्येय 40,000 करोड़ रुपए से अधिक के कर्ज को निपटाना है।
उन्होंने कहा हमने यह निर्णय लिया है कि हम इस क्षेत्र में आगे नहीं बढ़ेंगे और कई अन्य कंपनियों को भी ऐसे फैसले करने पड़े हैं। यह भवितव्य है। रिलायंस रियल्टी भविष्य में कंपनी के विकास की धुरी होगी। आरकॉम को चीन के बैंकों समेत 38 ऋणदाताओं को 40,000 करोड़ रुपए से अधिक का ऋण चुकाना है।
अंबानी ने कहा कि अगले कुछ माह में इसका समाधान होने के प्रति वह आश्वस्त हैं। उन्होंने कहा कि रिलायंस जियो को दूरसंचार ढांचे और फाइबर की बिक्री जैसे अन्य पहल प्रक्रिया में हैं और जल्द ही इनका निपटान होगा। उन्होंने बताया कि कंपनी दूरसंचार मंत्रालय से स्पेक्ट्रम शेयरिंग और ट्रेडिंग की अंतिम अनुमति का इंतजार है।