Edited By jyoti choudhary,Updated: 12 Mar, 2021 11:06 AM
मशहूर निवेशक वॉरेन बफेट दुनिया के सबसे अमीर लोगों में शामिल रहे हैं लेकिन हाल के सालों में टेक्नोलॉजीज शेयरों में आई तेजी के चलते दौलत के मामले में दूसरे कई लोग बफेट से काफी आगे निकल गए लेकिन बफेट ने फिर से टॉप अमीरों में वापसी की है।
बिजनेस डेस्कः मशहूर निवेशक वॉरेन बफेट दुनिया के सबसे अमीर लोगों में शामिल रहे हैं लेकिन हाल के सालों में टेक्नोलॉजीज शेयरों में आई तेजी के चलते दौलत के मामले में दूसरे कई लोग बफेट से काफी आगे निकल गए लेकिन बफेट ने फिर से टॉप अमीरों में वापसी की है। उनका नाम 100 अरब डॉलर की दौलत वाले अमीरों की फेहरिस्त में शामिल हो चुका है।
अब कितनी हुई दौलत
बुधवार को बफेट की दौलत में 1.9 अरब डॉलर का इजाफा हुआ। ब्लूमबर्ग बिलियेनियर इंडेक्स के मुताबिक, 90 बरस के हो चुके बफेट की दौलत बुधवार को 100.4 अरब डॉलर पर पहुंच गई। वह दुनिया के टॉप रईसों में इस वक्त छठें पायदान पर हैं। इस वक्त दुनिया के सबसे अमीर शख्स जेफ बेजोस हैं। उनके बाद एलन मस्क, बिल गेट्स, बर्नार्ड अरनॉल्ट, मार्क जुकरबर्ग हैं।
बुधवार को उनकी कंपनी बर्कशायर हैथवे के क्लास ए शेयर 407,750 डॉलर प्रति शेयर तक पहुंच गए। हालांकि कारोबारी दिन के दौरान इसमें गिरावट आई और अंत में यह 398,840 डॉलर प्रति शेयर पर बंद हुआ। हालांकि कंपनी के क्लास बी शेयर का भाव 263.99 डॉलर प्रति शेयर पर रहा।
बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन हैं बफेट
वॉरेन बफेट बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन हैं। इस कंपनी से उनकी काफी ज्यादा हिस्सेदारी है। कंपनी के शेयर इस साल 15 फीसदी चढ़े हैं, जबकि एसएंडपी 500 इंडेक्स ने 3.8 फीसदी तक की तेजी दिखाई है। बर्कशायर हैथवे के शेयरों में तेजी की एक वजह बफेट द्वारा अपनी ही कंपनी के शेयरों के बाईबैक पर मोटा अमाउंट खर्च करने का कदम भी है। बीते साल 138 अरब डॉलर की नकदी रखने के चलते बफेट की जमकर आलोचना हुई थी।
2020 में 1.8 लाख करोड़ डॉलर बढ़ी टॉप 500 अमीरों की दौलत
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा 1.9 अरब डॉलर के राहत पैकेज का रास्ता साफ हो जाने के बाद इस हफ्ते शेयर बाजारों में काफी तेजी आई है। अमेरिका पहले भी 3 लाख करोड़ डॉलर का राहत पैकेज दे चुका है। इसकी वजह से अमेरिकी धनकुबेरों की दौलत में दमदार तेजी आई है। साल 2020 में दुनिया के टॉप 500 धनकुबेरों की दौलत में 1.8 लाख करोड़ डॉलर का इजाफा हुआ है। हालांकि, इस दौरान अमीर और अमीर हुआ है, जबकि कम आय वाले वर्ग के कई लोग बेरोजगार हुए हैं और उनकी आय में भारी गिरावट आई है।