सेंसेक्स 352 अंक गिरकर 72,790 पर बंद, निफ्टी भी 90 अंक फिसला

Edited By jyoti choudhary,Updated: 26 Feb, 2024 03:41 PM

bse fell 352 points and closed at 72 790 nifty also slipped 90 points

स्थानीय शेयर बाजारों में सोमवार को लगातार दूसरे दिन गिरावट रही और बीएसई सेंसेक्स 353 अंक के नुकसान में रहा। वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख के बीच सूचना प्रौद्योगिकी, धातु तथा टिकाऊ उपभोक्ता सामान कंपनियों के शेयरों में मुनाफावसूली से घरेलू बाजार में...

नई दिल्लीः स्थानीय शेयर बाजारों में सोमवार को लगातार दूसरे दिन गिरावट रही और बीएसई सेंसेक्स 353 अंक के नुकसान में रहा। वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख के बीच सूचना प्रौद्योगिकी, धातु तथा टिकाऊ उपभोक्ता सामान कंपनियों के शेयरों में मुनाफावसूली से घरेलू बाजार में गिरावट रही। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 352.67 अंक यानी 0.48 प्रतिशत की गिरावट के साथ 72,790.13 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 26 शेयर नुकसान में जबकि चार लाभ में रहे। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 90.65 अंक यानी 0.41 प्रतिशत की गिरावट के साथ 22,122.05 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी के 50 शेयरों में से 37 नुकसान में रहे।

विश्लेषकों के अनुसार, इन्फोसिस, टीसीएस, आईसीआईसीआई बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसे सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाले शेयरों में गिरावट से मानक सूचकांक नुकसान में रहा। सेंसेक्स के शेयरों में एशियन पेंट्स सर्वाधिक 3.9 प्रतिशत के नुकसान में रहा। विश्लेषकों ने आदित्य बिड़ला समूह की कंपनी ग्रासिम इंडस्ट्रीज के पेंट बाजार में आने से घरेलू बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ने को लेकर चिंता जताई है। इससे कंपनी का शेयर नुकसान में रहा। 

अमेरिकी बाजार में मुद्रास्फीति को लेकर चिंता के बीच आईटी शेयरों में इन्फोसिस, टीसीएस, एचसीएल टेक, विप्रो और टेक महिंद्रा में गिरावट जारी रही। इसके अलावा नुकसान में रहने वाले अन्य शेयरों में टाटा स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील, टाइटन, भारती एयरटेल, एक्सिस बैंक, कोटक बैंक, इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनेंस और मारुति शामिल हैं। वहीं, लार्सन एंड टुब्रो में सबसे ज्यादा 2.36 प्रतिशत की तेजी आई। पावर ग्रिड, एचयूएल और नेस्ले भी लाभ में रहे। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘हाल की तेजी के बाद बाजार में सुस्ती रही। निवेशकों की नजर अब कंपनियों के तिमाही परिणाम से आर्थिक संकेतकों की ओर है।'' 

उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका और भारत में जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) आंकड़े, यूरो क्षेत्र में मुद्रास्फीति तथा अमेरिका में बेरोजगारी के आंकड़े महत्वपूर्ण हैं। केंद्रीय बैंक इन्हीं आंकड़ों के आधार पर ब्याज दर के बारे में निर्णय करेगा। इससे अल्पकाल में बाजार को दिशा मिलेगी।'' नायर ने कहा कि मांग को लेकर अनिश्चितता तथा अमेरिका में अधिक भंडार से तेल के दाम नीचे आए हैं। रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (तकनीकी शोध) अजित मिश्रा ने कहा कि प्रमुख बैंक शेयरों के कमजोर प्रदर्शन से धारणा प्रभावित हुई। हालांकि, अन्य प्रमुख शेयरों में लिवाली से नुकसान पर अंकुश लगा। बीएसई मिडकैप सूचकांक 0.38 प्रतिशत नीचे आया जबकि स्मॉलकैप 0.06 प्रतिशत के नुकसान में रहा। 

एशिया के अन्य बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग, चीन का शंघाई कम्पोजिट और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी नुकसान में रहे। हालांकि, जापान का निक्की लाभ में रहा। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.5 प्रतिशत की गिरावट के साथ 76.11 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। विदेशी संस्थागत निवेशक शुक्रवार को शुद्ध लिवाल रहे थे। उन्होंने 1,276.09 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर खरीदे।  

 

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