Edited By ,Updated: 11 Mar, 2016 09:55 AM
घरेलू बाजार में कार बिक्री लगातार दूसरे महीने गिरावट में रही। फरवरी में इसमें 4.21 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
नई दिल्ली: घरेलू बाजार में कार बिक्री लगातार दूसरे महीने गिरावट में रही। फरवरी में इसमें 4.21 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। इसके विपरीत दोपहिया वाहनों की बिक्री को रेस मिली और यह 12.76 प्रतिशत बढ़ गई। वहीं हरियाणा में जाट आरक्षण आंदोलन, कुछ कंपनियों द्वारा तैयार माल के समायोजन और बजट में दाम घटने की उम्मीद में खरीदारी टालने के कारण कारों की मांग कम होने से कारों की बिक्री पर ब्रेक लग गई।
सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) उप महानिदेशक सुगातो सेन द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक घरेलू कार बाजार में फरवरी में बिक्री 1,64,46 इकाई रही जो कि एक वर्ष पहले इसी अवधि में 1,71,703 इकाई रही थी। सेन ने बताया कि फरवरी में दोपहिया वाहनों की बिक्री 12.76 प्रतिशत चढ़कर 13,62,21 इकाई रही जो गत वर्ष इसी महीने में 12,08,084 इकाई थी। इसके साथ ही मोटरसाइकिल की बिक्री 11.05 प्रतिशत बढ़कर 8,59,624 इकाई रही जो गत वर्ष के इसी माह 7,74,122 इकाई थी।
वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री 19.93 प्रतिशत बढ़ी
उन्होंने कहा कि कुल वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री फरवरी में 19.93 प्रतिशत बढ़ कर 62,35 इकाई रही जो गत वर्ष के इसी माह 51,98 इकाई थी। समीक्षाधीन अवधि में विभिन्न खंडों में वाहनों की बिक्री 11.76 प्रतिशत बढ़ कर 17,03,688 इकाई रही जो फरवरी 2015 में 15,24,395 इकाई थी। गौरतलब है कि 14 महीने की वृद्धि की रफ्तार पर लगाम लगाते हुए भारत में कार बिक्री जनवरी में घटकर 1,68,527 इकाई रही जो गत वर्ष जनवरी में 1,69,527 इकाई थी।
सियाम ने सवारी वाहन वृद्धि दर अनुमान घटाया
सियाम ने चालू और अगले वित्त वर्ष के लिए सवारी वाहनों की बिक्री में वृद्धि का अनुमान घटा दिया। सियाम को बजट में घोषित 4 प्रतिशत तक ढांचागत उपकर के चलते मांग प्रभावित होने का अनुमान है। सियाम के अनुसार बिक्री की वृद्धि चालू वित्त वर्ष में 6 से 8 प्रतिशत और अगले वित्त वर्ष में 11 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है।