Edited By jyoti choudhary,Updated: 16 Aug, 2023 03:15 PM
भारत में पेट्रोल और डीजल की खपत अगस्त के पहले पखवाड़े में घटी है। सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। मानसून की वजह से आवाजाही प्रभावित होने तथा औद्योगिक गतिविधियों में सुस्ती की वजह से वाहन ईंधन की मांग में...
बिजनेस डेस्कः भारत में पेट्रोल और डीजल की खपत अगस्त के पहले पखवाड़े में घटी है। सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। मानसून की वजह से आवाजाही प्रभावित होने तथा औद्योगिक गतिविधियों में सुस्ती की वजह से वाहन ईंधन की मांग में लगातार दूसरे महीने गिरावट आई है। आमतौर पर मानसून के चार माह के दौरान ईंधन की खपत कम रहती है।
देश में सबसे अधिक इस्तेमाल वाले ईंधन डीजल की खपत एक से 15 अगस्त के दौरान 5.7 प्रतिशत घटकर 26.7 लाख टन रह गई है। जुलाई के पहले पखवाड़े में भी ईंधन की खपत में भारी गिरावट आई थी। हालांकि, दूसरे पखवाड़े में मांग कुछ सुधरी थी। मासिक आधार पर देखा जाए, तो डीजल की बिक्री में 9.5 प्रतिशत की गिरावट आई है। जुलाई के पहले पखवाड़े में डीजल की बिक्री 29.5 लाख टन रही थी। डीजल की बिक्री आमतौर पर मानसून के महीनों में गिर जाती है क्योंकि बारिश के कारण कृषि क्षेत्र की मांग घट जाती है।
अप्रैल और मई में डीजल की खपत क्रमशः 6.7 प्रतिशत और 9.3 प्रतिशत बढ़ी थी। इसकी वजह यह है कि उस समय खेती के लिए डीजल की मांग में उछाल आया था।
पेट्रोल की मांग भी अगस्त के पहले पखवाड़े में पिछले साल की समान अवधि से आठ प्रतिशत घटकर 11.9 लाख टन रह गई है। जुलाई के पहले पखवाड़े में पेट्रोल की खपत में 10.5 प्रतिशत की गिरावट आई थी लेकिन दूसरे पखवाड़े में बिक्री में सुधार आया था।
आंकड़ों से पता चलता है कि मासिक आधार पर पेट्रोल की बिक्री 5.2 प्रतिशत घटी है। अगस्त के पहले पखवाड़े में पेट्रोल की खपत कोविड महामारी से प्रभावित अवधि यानी 1-15 अगस्त, 2021 की तुलना में 20.6 प्रतिशत अधिक रही है। वहीं महामारी-पूर्व की अवधि यानी अगस्त, 2019 की तुलना में 25.6 प्रतिशत अधिक रही है। डीजल की खपत 1-15 अगस्त, 2021 की तुलना में 26 प्रतिशत और 1-15 अगस्त, 2019 की तुलना में 16.8 प्रतिशत अधिक रही है। हवाई यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है।