Edited By jyoti choudhary,Updated: 26 Aug, 2023 11:47 AM
भारत से रूस को इंजीनियरिंग वस्तुओं का निर्यात इस साल जुलाई में दोगुने से ज्यादा बढ़कर 12.36 करोड़ डॉलर पर पहुंच गया है। एक साल पहले की समान अवधि में यह केवल 5.56 करोड़ डॉलर के स्तर पर रहा था। इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (ईईपीसी) के...
नई दिल्लीः भारत से रूस को इंजीनियरिंग वस्तुओं का निर्यात इस साल जुलाई में दोगुने से ज्यादा बढ़कर 12.36 करोड़ डॉलर पर पहुंच गया है। एक साल पहले की समान अवधि में यह केवल 5.56 करोड़ डॉलर के स्तर पर रहा था। इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (ईईपीसी) के शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, इस साल जुलाई में अमेरिका में निर्यात 10.4 फीसदी घटकर 1.44 अरब डॉलर रह गया।
वहीं, देश से चीन को इंजीनियरिंग वस्तुओं का निर्यात जुलाई में 10 फीसदी घटकर 19.79 करोड़ डॉलर रह गया है। दुनियाभर के प्रमुख 25 देशों में भारत का इंजीनियरिंग उत्पादों का कुल निर्यात में 76 फीसदी योगदान देता है। इसमें से 14 देशों में सालाना आधार पर जुलाई में निर्यात में गिरावट देखने को मिली है। आंकड़ों के मुताबिक, पिछले महीने देश से इंजीनियरिंग वस्तुओं का कुल निर्यात 6.62 फीसदी गिरकर 8.75 अरब डॉलर रह गया। एक साल पहले यह आंकड़ा 9.37 अरब डॉलर रहा था।
दरअसल, लौह, इस्पात और एल्युमिनियम की वैश्विक स्तर पर मांग घटने से निर्यात में गिरावट दर्ज की गई है। ईईपीसी इंडिया का कहना है कि निर्यात में गिरावट के आंकड़ों को देखने से एक चुनौतीपूर्ण वैश्विक व्यापार माहौल का पता चलता है। इस दौरान पश्चिम एशिया, उत्तरी अफ्रीका, उत्तर-पूर्व एशिया और सीआईएस देशों को निर्यात में सकारात्मक वृद्धि देखने को मिली है।