Edited By jyoti choudhary,Updated: 17 Jun, 2020 02:25 PM
कोरोना वायरस की वजह से देश भर में लॉकडाउन था। इस दौरान लोगों ने वर्क फ्रॉम होम किया, बच्चों ने ऑनलाइन पढ़ाई की, ऑनलाइन एंटरटेनमेंट भी खूब हुआ और स्ट्रीमिंग भी खूब हुई।
नई दिल्लीः कोरोना वायरस की वजह से देश भर में लॉकडाउन था। इस दौरान लोगों ने वर्क फ्रॉम होम किया, बच्चों ने ऑनलाइन पढ़ाई की, ऑनलाइन एंटरटेनमेंट भी खूब हुआ और स्ट्रीमिंग भी खूब हुई। इस पूरे वक्त में लोगों का स्क्रीन टाइम पहले की तुलना में करीब दोगुना हो गया है। लोग लॉकडाउन की वजह से घरों में थे, ऐसे में डिजिटल और इंटरनेट देश की रीढ़ बन गए, जिसके चलते ऑनलाइन खपत में करीब 20 फीसदी का इजाफा हुआ है।
एरिक्सन मोबिलिटी रिपोर्ट के मुताबिक, स्मार्टफोन का इस्तेमाल जहां पहले प्रति व्यक्ति औसतन 3 घंटे होता था, वो 5 घंटे तक चला गया। ब्रॉडबैंड या वाईफाई से जुड़े रहने के दौरान पहले औसतन एक व्यक्ति 2.5 घंटे स्क्रीन इस्तेमाल करता था, अब वह आंकड़ा 4.5 घंटे तक जा पहुंचा है।
दुनिया भर में 2019 में भारत में सबसे अधिक इंटरनेट इस्तेमाल किया गया था, जो इस बार लॉकडाउन में और बढ़ गया है। 2019 में भारत में प्रति यूजर हर महीने करीब 12 जीबी डेटा इस्तेमाल किया गया, जबकि ग्लोबल एवरेज महज 7 जीबी था। माना जा रहा है कि अगले 5 सालों में ये आंकड़ा 25 जीबी तक पहुंच सकता है।
रिपोर्ट के अनुसार 2025 तक 41 करोड़ अतिरिक्त स्मार्टफोन यूजर बढ़ सकते हैं। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि करीब 18 फीसदी यूजर 5जी नेटवर्क इस्तेमाल करेंगे, जबकि अभी ये आंकड़ा जीरो है। सरकार 5जी शुरू करने की दिशा में लगातार कदम बढ़ा रही है।