Edited By jyoti choudhary,Updated: 23 Jan, 2024 11:28 AM
सोना और चांदी खरीदने वालों के लिए एक बड़ी खबर आई है। सरकार की ओर से जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक, स्क्रू, हुक, सिक्कों पर इंपोर्ट ड्यूटी 12.5% से बढ़ाकर 15% कर दिया है। भारत में गोल्ड और सिल्वर पर फिलहाल कुल इंपोर्ट ड्यूटी 15 फीसदी (10 फीसदी बेसिक...
बिजनेस डेस्कः सोना और चांदी खरीदने वालों के लिए एक बड़ी खबर आई है। सरकार की ओर से जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक, स्क्रू, हुक, सिक्कों पर इंपोर्ट ड्यूटी 12.5% से बढ़ाकर 15% कर दिया है। भारत में गोल्ड और सिल्वर पर फिलहाल कुल इंपोर्ट ड्यूटी 15 फीसदी (10 फीसदी बेसिक कस्टम ड्यूटी +5 फीसदी एग्रीकल्चर इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड डेवलपमेंट सेस (AIDC) है।
यह खबर इसलिए ज्यादा मायने रखती है कि भारत में गोल्ड की कीमतें इंटरनेशनल बेंचमार्क कीमतों से ज्यादा मुख्य रूप से इंपोर्ट ड्यूटी की वजह से होती है। ऐसे में इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ने से कीमतों पर असर पड़ना स्वभाविक है।
सरकार ने क्यों बढ़ाई इंपोर्ट ड्यूटी
नई दरें 22 जनवरी, 2024 से प्रभावी हो गई हैं। इस परिवर्तन का उद्देश्य आयात को विनियमित करना और घरेलू अर्थव्यवस्था का समर्थन करना है। वहीं, GJEPC सोना-चांदी पर आयात शुल्क को मौजूदा 15 फीसदी से घटाकर 4 फीसदी करने की मांग कर रही है। वहीं, अंतरिम बजट 2024 में कटे और पॉलिश किए गए हीरों पर सीमा शुल्क को मौजूदा 5 फीसदी से घटाकर 2.5 फीसदी करने की मांग की गई है।
दरअसल काउंसिल इसलिए ऐसा चाहती है ताकि सेक्टर को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बने रहने में मदद मिल सके। भारत की डायमंड और गोल्ड इंडस्ट्री सोना, हीरे, चांदी और रंगीन रत्नों समेत कच्चे माल के लिए आयात पर निर्भर है।