Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Dec, 2017 05:14 PM
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने कहा है कि वह जनवरी में भारत के लिए अपने विकास दर अनुमान को संशोधित करेगा। आईएमएफ का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब हाल ही में क्रेडिट रेटिंग देने वाली अमेरिका की एजेंसी मूडीज ने करीब 13 साल बाद भारत की रेटिंग में...
वॉशिंगटनः अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने कहा है कि वह जनवरी में भारत के लिए अपने विकास दर अनुमान को संशोधित करेगा। आई.एम.एफ. का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब हाल ही में क्रेडिट रेटिंग देने वाली अमेरिका की एजेंसी मूडीज ने करीब 13 साल बाद भारत की रेटिंग में सुधार किया है।v मूडीज सर्विसेस ने भारत को बीएए2 रेटिंग दी है, जो पहले बीएए3 थी। इसके पीछे उसका तर्क है कि भारत का एक स्थिर अर्थव्यवस्था होने के साथ ही यहां आर्थिक और सांस्थानिक सुधारों को अपनाया जा रह है। इसके बाद स्टैंडर्ड एंड पुअर्स ने भी भारत की रेटिंग को अपरिवर्तित रखा है। उसकी रेटिंग बीबीबी माइनस है।
उसका कहना है कि कम प्रति व्यक्ति आय से बढ़ रही कमजोरियों और सरकार के बढ़े ऋण और जीडीपी की मजबूत वृद्धि में एक संतुलन है। इसलिए उसने अपना दृष्टिकोण स्थिर रखा है। मुद्रा कोष के प्रवक्ता गैरी राइस ने यहां मुख्यालय में एक प्रेस वार्ता में कहा कि हम भारत के लिए अपने अनुमान में संशोधन करेंगे, इसमें विकास दर भी शामिल है। यह हम जनवरी में अपने विश्व आर्थिक परिदृश्य को संशोधित करने के साथ ही करेंगे। मुद्रा कोष का यह बयान ऐसे समय आया है जब भारत की जीडीपी वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में 6.3 प्रतिशत रही है। इससे पिछली तिमाही में यह 5.7% थी। यह भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार को दिखाता है।