Edited By jyoti choudhary,Updated: 23 Feb, 2024 01:43 PM
जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिडेट (JFSL) का मार्केट कैप पहली बार 2 लाख करोड़ रुपए के पार हो गया है। आज JFSL के शेयर ने 14.50% की तेजी के साथ 347 रुपए का ऑल टाइम हाई बनाया। हालांकि, दोपहर 12 बजे अपने हाई से थोड़ा नीचे आकर शेयर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज...
बिजनेस डेस्कः जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिडेट (JFSL) का मार्केट कैप पहली बार 2 लाख करोड़ रुपए के पार हो गया है। आज JFSL के शेयर ने 14.50% की तेजी के साथ 347 रुपए का ऑल टाइम हाई बनाया। हालांकि, दोपहर 12 बजे अपने हाई से थोड़ा नीचे आकर शेयर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में 9.62% की तेजी के साथ 332.20 रुपए के स्तर पर कारोबार कर रहा था। इस प्राइस पर कंपनी का मार्केट कैप 2.11 लाख करोड़ है। वहीं, रिलायंस इंडस्ट्रीज भी 2,989 रुपए का ऑल टाइम हाई बनाया है।
21 अगस्त 2024 को स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट हुई थी JFSL
6 महीने पहले जियो फाइनेंशियल सर्विसेज अपनी मूल कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) से अलग हुई थी। डीमर्जर के बाद प्राइस डिस्कवरी मैकेनिज्म के तहत जियो फाइनेंशियल के शेयर का भाव 261.85 रुपए तय हुआ था। इसके बाद 21 अगस्त 2023 को BSE पर कंपनी का शेयर 265 रुपए पर लिस्ट हुआ था। वहीं, NSE पर शेयर 262 रुपए पर लिस्ट हुआ था।
शेयर बाजार में फिलहाल 39 कंपनियां दो लाख करोड़ रुपए से अधिक के मार्केट कैप के साथ कारोबार कर रही हैं। इसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज 20.05 लाख करोड़ रुपए के मार्केट कैप के साथ सबसे बड़ी कंपनी है। इसके बाद टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और एचडीएफसी बैंक क्रमशः 14.78 लाख करोड़ रुपए और 10.78 लाख करोड़ रुपए के साथ दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं।
जियो फाइनेंशियल ने हालिया दिसंबर तिमाही में 293 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ और 269 करोड़ रुपए का नेट इंटरेस्ट इनकम दर्ज की थी। वहीं तिमाही के दौरान इसका टोटल इंटरेस्ट इनकम 414 करोड़ रुपए और कुल रेवेन्यू 413 करोड़ रुपए था।
जियो फाइनेंशियल सिक्योर्ड लोन देने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है और मौजूदा बाजार और नियामकीय माहौल के बीच अनसिक्योर्ड लोन के लिए सतर्क रुख अपना रहा है। इसका उद्देश्य दो नए उत्पादों के लॉन्च के साथ अपने सिक्योर्ड लोन बिजनेस को बढ़ावा देना है।
कंज्यूमर और मर्चेंट लैंडिंग बिजनेस शुरू करने का प्लान
जियो फाइनेंशियल का प्लान कंज्यूमर और मर्चेंट लैंडिंग बिजनेस शुरू करने का है। ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज की दिग्गज कंपनी मैक्वेरी ने पिछले साल अपनी रिपोर्ट में रिलायंस के फाइनेंशियल सर्विसेज बिजनेस को मार्केट ग्रोथ के मामले में पेटीएम और अन्य फिनटेक कंपनियों के लिए एक बड़ा खतरा बताया था।