Edited By jyoti choudhary,Updated: 29 Sep, 2025 10:49 AM

सरकारी बीमा कंपनी लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एलआईसी) में जीएसटी सुधार लागू होने के पहले ही दिन पॉलिसीधारकों का जबरदस्त रिस्पॉन्स देखने को मिला। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी में 1,100 करोड़ रुपए का इनफ्लो दर्ज किया गया। यह आंकड़ा महत्वपूर्ण...
बिजनेस डेस्कः सरकारी बीमा कंपनी लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एलआईसी) में जीएसटी सुधार लागू होने के पहले ही दिन पॉलिसीधारकों का जबरदस्त रिस्पॉन्स देखने को मिला। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी में 1,100 करोड़ रुपए का इनफ्लो दर्ज किया गया। यह आंकड़ा महत्वपूर्ण है क्योंकि एलआईसी की औसत मासिक प्रीमियम आय करीब 5,000 करोड़ रुपए रहती है।
GST सुधार का असर
विशेषज्ञों का कहना है कि जीएसटी 2.0 के तहत स्वास्थ्य और जीवन बीमा पॉलिसी पर टैक्स शून्य कर दिया गया है, जबकि पहले यह 18% था। टैक्स हटने से पारंपरिक बीमा पॉलिसियां सस्ती और आकर्षक हो गई हैं। इससे आने वाले महीनों में बीमा पॉलिसियों की बिक्री में और तेजी आने की उम्मीद है।
LIC का वित्तीय प्रदर्शन
एलआईसी ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में 10,957 करोड़ रुपए का कंसोलिडेटेड शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले साल की तुलना में 3.91% अधिक है। वहीं, कंपनी की शुद्ध प्रीमियम आय 4.7% बढ़कर 1,19,618 करोड़ रुपए तक पहुंच गई।
बाजार में LIC की पकड़
एलआईसी जीवन बीमा सेक्टर में मजबूती से अपनी स्थिति बनाए हुए है। प्रथम वर्ष की प्रीमियम आय के आधार पर कंपनी की बाजार हिस्सेदारी 63.51% है। सीईओ और एमडी आर. दोरईस्वामी ने बताया कि व्यक्तिगत और समूह, दोनों सेगमेंट में कंपनी ने अपनी लीडरशिप पोजीशन बरकरार रखी है।