Edited By rajesh kumar,Updated: 18 Oct, 2020 06:11 PM

सूक्ष्म, लघु एवं मंझोले उद्योग मंत्रालय (Ministry of MSME ) ने एमएसएमई निर्यात संवर्धन परिषद को लेकर चेतावनी जारी किया है। चेतावनी में MSME मंत्रालय ने कहा है कि लोग इस संगठन की गलत गतिविधियों से सतर्क रहें।
नई दिल्ली: सूक्ष्म, लघु एवं मंझोले उद्योग मंत्रालय (Ministry of MSME ) ने एमएसएमई निर्यात संवर्धन परिषद को लेकर चेतावनी जारी किया है। चेतावनी में MSME मंत्रालय ने कहा है कि लोग इस संगठन की गलत गतिविधियों से सतर्क रहें। मंत्रालय ने संगठन को लेकर स्पष्टीकरण भी जारी किया है कि MSME निर्यात संवर्धन परिषद का MSME मंत्रालय से कोई ताल्लुक नहीं है। दरअसल यह संगठन खुद को मंत्रालय का हिस्सा बताकर लोगों को झांसे में ले रहा है। इस संगठन ने निदेशक पद के लिए नियुक्ति पत्र से जुड़े कुछ मैसेज सोशल मीडिया पर अपलोड किए हैं।
लोग इन गलत सूचनाओं के बहकावे में न आएं
एमएसएमई मंत्रालय ने कहा कि एमएसएमई निर्यात संवर्धन परिषद द्वारा ‘निदेशक’ के पद के लिए नियुक्ति पत्र जारी करने के संबंध में कुछ संदेश सोशल मीडिया पर डाले जा रहे हैं। यह संगठन एमएसएमई मंत्रालय के नाम का उपयोग कर रहा है। स्पष्ट किया गया है कि संगठन को भारत सरकार की ओर से किसी भी तरह की न्युक्ति करने के लिए अधिकृत नहीं किया गया है। ऐसे में लोगों को अलर्ट किया जाता है कि लोग इन गलत सूचनाओं के बहकावे में न आएं।
एमएसएमई मंत्रालय ने कहा, संगठन से कोई संबंध नहीं
एमएसएमई एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ने अपनी वेबसाइट पर साफ किया हैकि यह एक प्राइवेट कंपनी है और इसका भारत सरकार के किसी भी विभाग से कोई भी संबंध नहीं है। इसके साथ मंत्रालय की ओर से स्पष्ट किया गया है कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए सरकार कृषि क्षेत्र के विकास के साथ ही गांव में उद्योगों को बढ़ावा देने में जुट गई है। ग्रामोद्योग विकास योजना (GVY) के तहत एमएसएमई मंत्रलय की ओर से गांवों में अगरबत्ती निर्माण, मधुमक्खी पालन और मिट्टी के बर्तन बनाने के लिए नई योजना की शुरुआत की गई है।