Edited By ,Updated: 30 Apr, 2017 04:15 PM
समस्या में फंसे सहारा समूह ने अपनी 30 संपत्ति की बिक्री के लिए बोली सीमा 20 मई तक के लिए बढ़ा दी है इसका कारण है
नई दिल्ली: समस्या में फंसे सहारा समूह ने अपनी 30 संपत्ति की बिक्री के लिए बोली सीमा 20 मई तक के लिए बढ़ा दी है इसका कारण है कि इन संपत्तियों में रचि रखने वाली कंपनियों ने संपत्तियों की जांच-पड़ताल के लिए कुछ और समय मांगा है। संभावित खरीददारों में टाटा, गोदरेज और अडाणी जैसे संभावित खरीदार शमिल हैं। परामर्श कंपनी नाइट फ्रैंक सहारा की संपत्ति की नीलामी कर रही है जिसका मूल्य 7,400 करोड़ रुपए अनुमानित है। उच्चतम न्यायालय के संपत्ति बिक्री के निर्देश के बाद सहारा समूह यह कदम उठा रहा है।
सूत्रों ने कहा कि भू-खंड और अन्य संपत्ति को लेकर संभावित खरीदारों में रूचि जगी है। संभावित खरीदारों में पतंजलि समूह तथा आेमेक्स और एलडेको समेत जमीन जायदाद के विकास से जुड़ी कंपनियां एवं धनाढ्य भारतीयों के साथ सार्वजनिक उपक्रम भी हैैं, इसके अलावा चेन्नई स्थित अपोलो हास्पिटल ने भी लखनउ में सहारा अस्पता के अधिग्रहण में रूचि दिखायी है। नाइट फ्रैंक इंडिया को 250 रूचि पत्र प्राप्त मिले है, लेकिन इसमें रूचि रखने वाले पक्षों ने अंतिम बोली से पहले जांच-पड़ताल एवं अन्य औपचारिकताओं के लिए और समय मांगा है इसके कारण समयसीमा बढ़ाई गई है। इस बारे में संपर्क किए जाने पर सहारा के प्रवक्ता ने समयसीमा बढ़ाए जाने की पुष्टि की।