Edited By ,Updated: 30 Apr, 2017 01:02 PM
कहते हैं दुनिया के सबसे बड़े सर्च ईंजन Google और सबसे बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Facebook के पास दुनिया के बेस्ट कर्मचारी काम करते हैं, लेकिन इस बार एक शख्स इन दोनों कंपनियों के कर्मचारियों की फौज का चकमा दे गया।
नई दिल्ली: कहते हैं दुनिया के सबसे बड़े सर्च ईंजन Google और सबसे बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Facebook के पास दुनिया के बेस्ट कर्मचारी काम करते हैं, लेकिन इस बार एक शख्स इन दोनों कंपनियों के कर्मचारियों की फौज का चकमा दे गया। एक शख्स ने इन दोनों कंपनियों को करोड़ों रुपए का चूना लगाया है।
फॉर्च्यून की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि गूगल और फेसबुक को करीब 100 मिलियन डॉलर (करीब 642 करोड़ रुपए) का फिशिंग अटैक (फेक वेबसाइट या इमेल के जरिए की गई धोखेबाजी) हुआ है। इस शख्स ने गूगल और फेसबुक दोनों के ही कर्मचारियों को मूर्ख बनाते हुए उनसे विदेशी बैंक खातों में पैसा जमा करवा लिए।
तीन और कंपनियों के साथ धोखाधड़ी की
जानकारी के अनुसार गूगल और फेसबुक इस मामले को छुपाने की तैयारी में है, हालांकि यह बात मीडिया में लीक हो गई है। बताया जा रहा है कि पिछले दिनों अमेरिकी प्रशासन ने लिथुआनियाई नागरिक को मनी लांड्रिंग और धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया था. इवालडास रिमासोसकास (Evaldas Rimasauskas) नाम के इस शख्स ने गूगल, फेसबुक के अलावा तीन और कंपनियों के साथ धोखाधड़ी की है। फॉर्च्यून की ओर से इस मामले में खोजबीन की गई। कानून स्थापित करने वाली संस्था और अन्य से जुड़े करीबी सूत्रों ने तीन कंपनियों और फ्रॉड केस से जुड़ी बातों का खुलासा किया है। इस मामले में मे फेसबुक के प्रवक्ता के हवाले से कहा है कि कंपनी ने ज्यादातर पैसे रिकवर कर लिए हैं। इस मामले की जांच इनफोर्समेंट विभाग से कराई जा रही है, वहीं गूगल ने कहा है कि धोखाधड़ी का पता चलते ही अधिकारियों को तुरंत सतर्क कर दिया गया। काफी हद तक पैसे रिकवर कर लिए गए हैं।