मस्कुलर ड्रिस्टॉफी सहित 55 दुर्लभ बीमारियों से ग्रस्त मरीज चिरायु योजना में होंगे शामिल

Edited By Ajay Chandigarh,Updated: 03 Oct, 2023 07:11 PM

approved the proposal to include in viva yojana

हरियाणा सरकार ने मस्कुलर ड्रिस्टॉफी सहित लगभग 55 दुर्लभ बीमारियों से ग्रस्त मरीजों को बड़ी राहत प्रदान की है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश में ऐसे मरीजों को 2750 रुपए की मासिक वित्तीय सहायता प्रदान करने और पारिवारिक आय सीमा में छूट प्रदान करते...

चंडीगढ़,(बंसल): हरियाणा सरकार ने मस्कुलर ड्रिस्टॉफी सहित लगभग 55 दुर्लभ बीमारियों से ग्रस्त मरीजों को बड़ी राहत प्रदान की है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश में ऐसे मरीजों को 2750 रुपए की मासिक वित्तीय सहायता प्रदान करने और पारिवारिक आय सीमा में छूट प्रदान करते हुए चिरायु योजना में शामिल करने के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की है।

 

 


महानिदेशक हरियाणा स्वास्थ्य सेवाए डाप्त सोनिया त्रिखा खुल्लर ने यह जानकारी सैक्टर-6 स्थित कार्यालय में मस्कुलर ड्रिस्टॉफी पीड़ित परिवार एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ आयोजित एक बैठक में दी। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने राज्य सरकार के इस निर्णय के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल का धन्यवाद किया। डा. सोनिया त्रिखा खुल्लर ने बताया कि दुर्लभ बीमारियों से ग्रसित मरीजों का पंजीकरण स्वास्थ्य विभाग द्वारा किया जा रहा है जबकि मासिक वित्तीय सहायता सेवा विभाग द्वारा प्रदान की जाएगी। ऐसे मरीज जो हरियाणा डोमिसाइल हैं और किसी भी नामित उत्कृष्टता केंद्र द्वारा उनमें दुर्लभ बीमारी की पुष्टि की गई है, को चिरायु योजना में शामिल किया जाएगा, जिसके तहत उन्हें सरकारी और निजी अस्पतालों में सालाना 5 लाख रुपए तक इलाज की सुविधा मिलेगी। ऐसे मरीजों पर योजना के तहत पारिवारिक आय सीमा लागू नहीं होगी।
 

 

 

 

लाभाॢथयों को 10 अक्तूबर से पहले वित्तीय सहायता दी जाएगी
डा. खुल्लर ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के निर्देशानुसार लाभाॢथयों को 10 अक्तूबर 2023 से पहले पहले 2750 रुपए की वित्तीय सहायता वितरित की जाएगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अति दुर्लभ बीमारियों से ग्रस्ति मरीजों के पंजीकरण का कार्य किया जा रहा है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की वैबसाइट पर पोर्टल शुरू किया गया है, जिसकी लॉगइन आई.डी. सिविल सर्जनस और मैडीकल सुपरिडैंटस को उपलब्ध करवाई गई है। एक अनुमान के अनुसार हरियाणा में लगभग 700 से 1000 ऐसे मरीज है जो लगभग 55 में से किसी न किसी दुर्लभ बीमारी से ग्रस्ति है।
 

 

 

 

55 तरह की बीमारियों को दुर्लभ बीमारियों के रूप में अधिसूचित किया 
उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार की दुर्लभ बीमारियों के लिए राष्ट्रीय नीति, 2021 के तहत लगभग 55 तरह की बीमारियों को दुर्लभ बीमारियों के रूप में अधिसूचित किया गया है, जिसमें मस्कुलर ड्रिस्टॉफी भी शामिल है। जब शरीर में कई न्यूरोलॉजिकल समस्याओं के लक्षण एक साथ मौजूद होते हैं, तो ऐसी फिजिकल कंडीशन को मस्कुलर डिस्ट्रॉफी कहा जाता है। जो एक आनुवंशिक बीमारी है, जिसमें जन्म के बाद धीरे-धीरे बच्चे की मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं। ऐसे में फिजिकल एक्टिविटीज को कंट्रोल करने वाली स्केलेटल मसल्स कमजोर होकर डैमेज हो जाती हैं। कुछ में जन्म के समय ही इस बीमारी की पहचान की जा सकती है, तो कई बार ऐसा भी होता है कि किशोरावस्था में प्रवेश करने के बाद बच्चे में ऐसे लक्षण नजर आते हैं। उन्होंने बताया कि आमजन और चिकित्सकों में अति दुर्लभ बीमारियों के बारे में जागरूकता लाने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इस अवसर पर सीनियर कंसलटैंट डा. वी.के. बंसल और स्वास्थ्य विभाग के उपनिदेशक डा. निर्मल सिंह सिधु भी उपस्थित थे।
 

Let's Play Games

Game 1
Game 2
Game 3
Game 4
Game 5
Game 6
Game 7
Game 8

Related Story

IPL
Lucknow Super Giants

Royal Challengers Bengaluru

Teams will be announced at the toss

img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!