Edited By Parveen Kumar,Updated: 23 May, 2025 08:23 PM

देश में कोरोना के मामलों के बढ़ने के कारण दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को एक सलाह जारी की है। इसमें कहा गया है कि राजधानी के सभी अस्पतालों में बिस्तर, ऑक्सीजन, दवाइयां और टीके पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होने चाहिए।
नेशनल डेस्क: देश में कोविड-19 के मामलों में फिर से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। खासकर दिल्ली-एनसीआर में हालात को देखते हुए स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय ने नई एडवाइजरी जारी की है। इसमें सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को पूरी तैयारी रखने के निर्देश दिए गए हैं।
क्या कहा गया है एडवाइजरी में
अस्पतालों की तैयारी: सभी अस्पतालों को कहा गया है कि बेड, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन सप्लाई, दवाएं और वैक्सीन जैसी जरूरी चीजें पूरी तरह उपलब्ध और काम करने की हालत में होनी चाहिए।
स्टाफ की ट्रेनिंग: कोविड मरीजों की देखभाल करने वाले कर्मचारियों को फिर से ट्रेनिंग देने के लिए कहा गया है।
रिपोर्टिंग जरूरी: जिन लोगों को इन्फ्लूएंजा जैसे लक्षण (ILI) या गंभीर सांस की समस्या (SARI) है, उनकी रिपोर्टिंग तुरंत IHIP पोर्टल और दिल्ली राज्य स्वास्थ्य डेटा पोर्टल पर करनी होगी।
जीनोम टेस्टिंग: कोविड के सभी पॉजिटिव सैंपल लोक नायक अस्पताल भेजे जाएंगे ताकि यह पता लगाया जा सके कि इनमें कोई नया वेरिएंट तो नहीं है।
कोविड जांच बढ़ेगी: खासकर ILI और SARI मरीजों में से कम से कम 5% लोगों की कोविड टेस्टिंग जरूरी की गई है।
मास्क जरूरी: अस्पतालों को कहा गया है कि मास्क पहनना और साफ-सफाई के नियम सख्ती से लागू किए जाएं।
नए वेरिएंट सामने आए
INSACOG (भारतीय जीनोमिक संस्था) के अनुसार, भारत में कोविड के दो नए सब-वेरिएंट पाए गए हैं –
- NB.1.8.1 (तमिलनाडु में 1 मामला)
- LF.7 (गुजरात में 4 मामले)
हालांकि अभी ये वेरिएंट गंभीर नहीं माने जा रहे, लेकिन इन पर नजर रखी जा रही है। देश में फिलहाल सबसे ज्यादा असर JN.1 वेरिएंट का है, जो सभी सैंपल में से 53% में पाया गया है।
दिल्ली-एनसीआर में 27 नए मामले
- अकेले दिल्ली में 23 मामले मिले हैं।
- गाजियाबाद में 4 मामले ट्रांस-हिंडन इलाके से आए हैं।
इसके बाद दिल्ली सरकार ने अस्पतालों को तैयार रहने और सभी जरूरी मेडिकल सपोर्ट उपलब्ध रखने का निर्देश दिया है।
देशभर में एक्टिव केस बढ़े
19 मई तक भारत में 257 एक्टिव कोविड केस थे, जो एक हफ्ते पहले के मुकाबले 164 अधिक हैं। इस वजह से फिर से अलर्ट बढ़ा दिया गया है और सभी अस्पतालों को एहतियाती कदम उठाने के लिए कहा गया है।