Edited By Vikash thakur,Updated: 10 Jun, 2021 08:29 PM
‘बिजली निगम के फैसले से उम्मीदवारों को लगा झटका’
चंडीगढ़,(पांडेय): ज्वाइनग की इंतजार कर रहे 146 नव चयनित जूनियर सिस्टम असिस्टैंट की उम्मीदों को तगड़ा झटका लगा है। दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम ने इन्हें ज्वाइङ्क्षनग करवाने के इंकार करते हुए भर्ती रद्द करवाने का फैसला लिया है। ज्वाइङ्क्षनग न करवाने का उक्त फैसला सोमवार को दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम की आयोजित बोर्ड ऑफ डायरैक्टर की मीटिंग में लिया गया। इसकी भनक लगते ही नव चयनित 146 जूनियर सिस्टम असिस्टैंट और उनके परिजनों में भारी आक्रोश फैल गया है। आक्रोशित नव चयनित जूनियर सिस्टम असिस्टैंट चंडीगढ़ में एकत्रित हुए और बिजली मंत्री रणजीत सिंह से मिले और ज्वाइङ्क्षनग की मांग की।
बैठक में मौजूद पीड़ित शाहिद व विनोद ने बताया कि बिजली मंत्री ने डी.एच.बी.वी.एन. के चीफ इंजीनियर एडमिनिस्ट्रेशन से बातचीत की ओर ज्वाइङ्क्षनग न करवाने का कारण जाना। उन्होंने कहा कि निगम में आई.टी. सैल वर्किंग में न होने के कारण बताते हुए ज्वाइङ्क्षनग न करवाने का कारण बताया। नव चयनित जूनियर सिस्टम असिस्टैंट वीरवार को बिजली विभाग के ए.सी.एस. पी.के. दास से भी मिले, लेकिन उन्होंने कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया। जिससे कारण आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा व महासचिव सतीश सेठी ने इस फैसले की घोर ङ्क्षनदा की और इसे ज्वाइङ्क्षनग की इंतजार कर रहे बेरोजगारों के साथ भद्दा एवं क्रूर मजाक बताया है। उन्होंने बताया कि सरकार इससे पहले भी टी.जी.टी. अंग्रेजी के 1035 व पी.जी.टी. संस्कृत के 523 की भर्ती को रद्द कर चुकी है। उन्होंने कहा कि अगर आवश्यकता ही नहीं थी तो डी.एच.बी.वी.एन. ने भर्ती के लिए हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग को रिक्वायरमैंट ही क्यों भेजी।